गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद के इंदिरापुरम से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. यहां एक शख्स ने पहले अपने दो बच्चों की गला दबाकर मार डाला फिर खुद अपनी पत्नी और एक अन्य महिला संग छत से कूद गया. बताया जा रहा है कि छत से छलांग लगाने वाली एक अन्य महिला उस शख्स की बिजनेस पार्टनर है. घटना में पति और पत्नी की मौत मौके पर ही हो गई जबकि बिजनेस पार्टनर कीमौत अस्पताल में हुई.
Sudhir Kumar Singh, Ghaziabad SSP: The injured woman has also succumbed to her injuries. They wrote a suicide note on a wall. Prima facie it appears to be due to financial reasons. Investigation underway. https://t.co/UH2r5caVAy pic.twitter.com/Qy2sXj6OKh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 3, 2019
यह मामला इंदिरापुरम के वैभव खंड का है. इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे इंदिरापुरम में हड़कंप मच गया है. मरने वाले दोनों बच्चों की उम्र 14 से 18 साल के करीब है. पुलिस सूसाइड नोट के आधार पर आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी मान रही है. मंगलवार तड़के यह घटना इंदिरापुरम की कृष्णा अप्रा सोयाटी में घटी.
मृतक का नाम गुलशन है और वह जींस कारोबारी बताए जा रहे हैं. खुदकुशी करने वालीं दो महिलाओं के नाम परवीन और संजना है. इसमें परवीन गुलशन की पत्नी, वहीं संजना को उसकी दूसरी पत्नी और कारोबार में सहयोगी बताया जा रहा है. मरने वाले दोनों बच्चों के नाम रितिका और कृतिका हैं. बच्चों के साथ फ्लैट में परिवार का एक खरगोश भी मृत पाया गया है.
सूचना के बाद जब पुलिस मौके पर पहुंचीं तो हैरान रह गई. फ्लैट की दीवारों पर सूसाइड नोट के साथ ही 500 रुपये के नोट भी चिपकाए गए थे. इसके साथ ही दीवारों पर कुछ बाउंस चेक भी चिपके हुए थे. पुलिस के मुताबिक, सूसाइड नोट में दंपती ने आत्महत्या के लिए अपने साढ़ू को जिम्मेदार ठहराया है. मृतक के भाई ने आरोप लगाया कि उनके भाई और साढ़ू के बीच दो करोड़ रुपये के लेन-देन का विवाद था, जिसकी वजह से उन्होंने आत्महत्या तो किया ही इश खतरनाक वारदात को भी अंजाम दिया.
घटना के बारे में गाजियाबाद के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ समय पहले कॉलोनी के गार्ड ने आठवीं मंजिल से दो महिलाओं और एक आदमी को कूदते देखा. सूचना पाकर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि घटना से पूर्व भी काफी देर तक फ्लैट से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आती रही थीं.
गाजियाबाद एसपी सिटी मनीष मिश्रा बताया कि गुलशन कुमार के परिवार ने राकेश वर्मा को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है, इसी के बारे में उन्होंने दीवार पर भी लिखा है. परिवार से बात करके पता लगा है कि राकेश वर्मा, उनके साढू थे लेकिन उनके बिजनेस में भी संबंध थे. आर्थिक रूप से परेशानी की वजह से परिवार ने ये कदम उठाया है.
एसपी सिटी के मुताबिक, पहले गुलशन कुमार का परिवार दिल्ली में रहता था लेकिन बाद में यहां पर शिफ्ट हो गया. जिन दो बच्चों की लाश कमरे में मिली है, उनके गले पर भी निशान पाए गए हैं. राकेश वर्मा के जो चेक बाउंस हुए थे, उन्हें दरवाजे पर चस्पा किया गया है. पुलिस ने इस मामले में जांच के लिए तीन टीमों का गठन कर दिया है.