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नयी दिल्लीः महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हर रोज नयी नयी खबरें सामने आ रही हैं. आज दिल्ली में कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच बैठक है. बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहेंगे. वहीं अहमद पटेल, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे और एके एंटनी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे.
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, ए.के. एंटनी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की. बैठक के बाद नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा कि कांग्रेस और एनसीपी महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर आगे और बैठकें करेंगी और इस पर मंथर जारी है.
गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले सोमवार को सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात हुई थी लेकिन इसमें सरकार बनाने को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था. अब आज होने वाली बैठक पर लोगों की नजर है. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर शिवसेना के बीजेपी से अलग होने के बाद 12 नवंबर को महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन का ऐलान कर दिया गया था.
अधर में शिवसेना
भाजपा से अलग हुए शिवसेना के साथ गठबंधन पर फैसले को लेकर कांग्रेस और एनसीपी फूंक-फूंककर कदम रख रही है. कांग्रेस-एनसीपी के नेता महाशिव अगाड़ी (शिवसेना के साथ महागठबंधन) नाम को लेकर सहज महसूस नहीं कर रहे हैं. एक नेता ने बताया कि हम गठबंधन में किसी भी पार्टी का नाम नहीं चाहते हैं. यहां तक कि एनडीए या यूपीए में भी किसी पार्टी का नाम नहीं है.
चुनाव में जहां कांग्रेस और एनसीपी ने अगाड़ी नाम से गठबंधन किया था, वहीं बीजेपी, शिवसेना, आरपीआई और अन्य छोटी पार्टियों ने महायुति के नाम से गठबंधन किया था. बुधवार को होने वाली मीटिंग में पार्टी आगे की रणनीति पर भी चर्चा करेगी. वहीं कांग्रेस-एनसीपी की बैठक में नेता कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
मसलन यदि तीनों दल मिलकर सरकार बनाते हैं तो इस गठबंधन का नाम क्या होगा? यदि तीनों पार्टियां साथ आती हैं तो आनेवाले बीएमसी चुनाव में दोनों दलों का क्या रुख होगा? बता दें कि कई निकायों और बीएमसी के चुनाव 2022 में होने हैं.
बनी बात तो उद्धव ही होंगे सीएम
एनसीपी नेता ने बताया कि सैद्धांतिक तौर पर शिवसेना को पांच साल के कार्यकाल के लिए सीएम पद देने पर सहमति बन चुकी है जबकि कांग्रेस और एनसीपी, दोनों दलों से पूरे पांच साल के लिए एक-एक उप मुख्यमंत्री होंगे. उन्होंने बताया कि मंत्रिमंडल में किसे, कौन सा विभाग दिया जाएगा, इसका निर्णय सरकार गठन पर आखिरी फैसला होने के बाद हो जाएगा.
एनीसीपी नेता ने कहा कि कांग्रेस से स्पष्ट कहा गया है कि नई सरकार को स्थिरता प्रदान करने के लिए उसे सत्ता में साझेदार जरूर होना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस वक्त उद्धव ठाकरे सीएम पद के सबसे बड़े दावेदार हैं जबकि एनसीपी के अजीत पवार और कांग्रेस के अशोक चव्हान की दावेदारी उप मुख्यमंत्री को लेकर है.