‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
पुणे: पुणे के मालिन गांव में बडे पैमाने पर हुए भूस्खलन के छठे दिन मलबे के नीचे दबे तीन और शवों के बरामद होने से इस आपदा में मरने वालों की संख्या 109 पहुंच गई है. बीच-बीच में होने वाली बारिश के बीच आज भूस्खलन के बाद संभावित रुप से बचे हुए लोगों का पता लगाने का एनडीआरएफ का अभियान जोरों पर है.
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने भूस्खलन स्थल के निकट बचे हुए मकानों को खाली कराने के लिए बचाव दल और जिला अधिकारियों को सलाह दी है.
जीएसआई द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है, ‘अगर अगले 3-4 दिन तक ऐसे ही लगातार बारिश होती रही तो जिस स्थान पर भूस्खलन हो चुका है उसके निकटवर्ती भागों में फिर से जमीन के धंसने की आशंका है.’
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि अब तक 44 पुरष, 49 महिलाएं और 16 बच्चों को मिलाकर मृतकों की कुल संख्या 109 पहुंच गयी है.
उन्होंने कहा, 30 जुलाई को हुई इस आपदा बाद लगभग 44 घरों को दफनाने वाले कीचड और पत्थरों के विशाल मलबे से 22 पशुओं के शवों को भी निकाला गया है.