‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई/ नयी दिल्ली : महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भाजपा को निमंत्रण दिया लेकिन वह पीछे हट गयी जिसे भाजपा की बड़ी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. बताया जा रहा है कि निमंत्रण मिलने के पहले भाजपा की दो दौर की लंबी बैठक चली जिसमें भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की भी राय ली गयी. वर्षा बंगले में दोबारा हुई कोर कमिटी की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शाह को जोड़ा गया जिसके बाद निर्णय लिया गया कि भाजपा राज्य में सरकार का गठन करने का काम नहीं करेंगी.
जानकारों को कहना है कि भाजपा किसी राज्य में सरकार बनाने का मौका जल्दी नहीं गंवाती, लेकिन महाराष्ट्र में वह पीछे हट गयी जिसके पीछे कोई बड़ी रणनीति है जो जल्द सामने आ सकती है. विधानसभा चुनाव में भाजपा-शिवसेना ने मिलकर चुनावी मैदान में अपने उम्मीदवार उतारे और जनता ने सरकार बनाने के लिए इन्हें वोट भी दिया. लेकिन चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना अड़ गयी. उसने ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री पद की बात भाजपा के सामने रखी जिसपर बात नहीं बन पायी. निमंत्रण मिलने के बाद भी भाजपा ने सरकार गठन का प्रस्ताव ठुकरा दिया जिसके बाद राज्यपाल ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए बुलाया.
शिवसेना ने सोमवार को दावा किया कि महाराष्ट्र में भाजपा के बिना उसकी सरकार का समर्थन करने के लिए एनसीपी और कांग्रेस ‘सैद्धांतिक समर्थन’ देने पर सहमत हो गयी हैं लेकिन वह राज्यपाल द्वारा तय समयसीमा के पहले इन दलों से समर्थन पत्र नहीं ले सकी. राज्यपाल ने तीन दिन की और मोहलत देने के शिवसेना के अनुरोध को ठुकरा दियासरकार गठन के लिए गतिरोध 18वें दिन भी जारी रहा और राष्ट्रपति शासन के आसार बढ़ रहे हैं.
कांग्रेस वैचारिक रूप से अपनी प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के साथ समझौते का कोई फैसला जल्दबाजी में लेती प्रतीत नहीं हुई और उसने शिवसेना को समर्थन देने के मुद्दे पर चुनाव पूर्व की अपनी सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ आगे और बातचीत करने का फैसला किया है. शिवसेना को मिला सोमवार शाम साढ़े सात बजे तक का समय समाप्त होते ही राज्यपाल कोश्यारी ने सोमवार रात को ही एनसीपी को न्योता दिया और पूछा कि क्या वह ‘‘सरकार बनाने की इच्छा और क्षमता’ प्रदर्शित करना चाहती है. एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि एनसीपी अपने सहयोगी दल कांग्रेस के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेगी और वे मंगलवार रात 8:30 बजे तक कोश्यारी से मिलेंगे.