नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को सर्वसम्मति के फैसले में अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया और केंद्र को निर्देश दिया कि मस्जिद निर्माण के लिये सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ का भूखंड आबंटित किया जाए. फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि देश के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या पर अपना फैसला सुनाने का काम कर दिया है. इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. रामभक्ति हो या रहीम भक्ति, ये समय हम सभी के लिए भारत भक्ति की भावना को सशक्त करने का है.

उन्होंने आगे लिखा कि देशवासियों से मेरी अपील है कि शांति, सद्भाव और एकता बनाए रखने का काम करें. आगे उन्होंने लिखा कि सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला कई कारणों से महत्वपूर्ण है. यह बताता है कि किसी विवाद को सुलझाने में कानूनी प्रक्रिया का पालन कितना अहम है. हर पक्ष को अपनी-अपनी दलील रखने के लिए पर्याप्त समय और अवसर दिया गया. न्याय के मंदिर ने दशकों पुराने मामले का सौहार्दपूर्ण तरीके से समाधान कर दिया.