मुंबई : महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान के बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से बुधवार को यहां मुलाकात की. राउत ने मुलाकात के बाद कहा, ‘‘यह एक शिष्टाचार भेंट थी.’ भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान जारी है. पिछले विधानसभा चुनाव के विपरीत भाजपा और शिवसेना ने यह चुनाव मिलकर लड़ा था.

इधर , एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा है कि कांग्रेस, राकांपा को जिम्मेदार विपक्ष बनने का जनादेश मिला है. भाजपा-शिवसेना को सरकार जल्द ही बनाना चाहिए, हम जिम्मेदार विपक्ष के तौर पर काम करेंगे. मैं चार बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं, अब फिर से मुख्यमंत्री बनने के लिए मुझे ज्यादा बेसब्री नहीं है.

288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने इस बार 105 सीटें जीतीं जबकि शिवसेना 56 सीटों पर विजेता रही. राज्यसभा सदस्य राउत ने पहले कहा था कि उनकी पार्टी ढाई-ढाई वर्ष के लिए मुख्यमंत्री पद साझा करने सहित सत्ता के बंटवारे को लेकर भाजपा से लिखित आश्वासन चाहती थी. उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा और शिवसेना के बीच मुख्यमंत्री पद साझा करने को लेकर चुनाव से पहले ही ‘‘सहमति’ हो गई थी.

वहीं राकांपा ने मंगलवार को कहा था कि शिवसेना द्वारा भाजपा के साथ गठबंधन समाप्त करने की घोषणा के बाद महाराष्ट्र में एक नये राजनीतिक विकल्प पर विचार किया जा सकता है. राकांपा से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि उनकी पार्टी शिवसेना के साथ बातचीत आगे बढ़ाने से पहले चाहती है कि केंद्र सरकार में शिवसेना के इकलौते मंत्री अरविंद सावंत इस्तीफा दें.