‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई/चंडीगढ़ : विधानसभा चुनाव के घोषित नतीजों और मतगणना के ताजा रुझानों के मुताबिक, महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन सत्ता बरकरार रखने की ओर अग्रसर है, जबकि हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा की संभावना नजर आ रही है जहां जननायक जनता पार्टी (जजपा) प्रमुख दुष्यंत चौटाला किंगमेकर हो सकते हैं.
महाराष्ट्र में विपक्षी कांग्रेस-राकांपा गठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया और भाजपा-शिवसेना का बहुमत घटता नजर आ रहा है. लोकसभा चुनाव में भाजपा को मिली शानदार जीत के बाद हुए प्रथम विधानसभा चुनावों में भगवा पार्टी के विजय रथ को महाराष्ट्र और हरियाणा में कुछ प्रतिरोध का सामना करना पड़ा. हरियाणा में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभर रही है, जिसके बाद कांग्रेस का स्थान है. शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने महाराष्ट्र में न सिर्फ अपने प्रदर्शन में सुधार किया है, बल्कि सहयोगी दल कांग्रेस से अच्छा प्रदर्शन किया, जबकि वह (राकांपा) उससे कम सीटों पर चुनाव लड़ी थी. लोकसभा चुनाव में हरियाणा में एक भी सीट हासिल करने में नाकाम रही कांग्रेस ने कुल 90 सीटों में 31 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, या उस पर बढ़त बनाये हुए है. वहीं, भाजपा 40 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है या उन पर आगे हैं. निवर्तमान विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 47 है.
हरियाणा में अब सबकी नजरें पिछले साल गठित जननायक जनता पार्टी (जजपा) पर है जिसने हरियाणा के चुनाव परिणाम को दिलचस्प कर दिया है. जजपा प्रमुख एवं हिसार से पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने त्रिशंकु विधानसभा बनने की स्थिति में भाजपा या कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के बारे में अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. जजपा ने नौ सीटों पर जीत दर्ज की है और एक पर आगे है. राज्य में त्रिशंकु विधानसभा होने पर दुष्यंत किंगमेकर हो सकते हैं. राज्य में इनेलो एक सीट पर, निर्दलीय सात सीटों पर और बसपा एक सीट पर आगे है. मतगणना के ताजा रुझानों के मुताबिक हरियाणा त्रिशंकु विधानसभा की ओर बढ़ रहा है.
समझा जाता है कि भाजपा आलाकमान ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दिल्ली तलब किया है. भाजपा ने 75 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा था. चौटाला ने भाजपा के ‘मिशन 75′ पर तंज कसते हुए कहा कि वह 75 सीटें जीतने के अपने लक्ष्य से काफी पीछे रह जायेगी. उन्होंने कहा, हरियाणा के लोग बदलाव चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के पास नयी सरकार के गठन की चाबी होगी. हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा ने कहा, हरियाणा के लोगों ने सत्तारूढ़ भाजपा को खारिज कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक जिले के गढ़ी सांपला किलोई से जीत दर्ज की है और उन्होंने गैर भाजपा दलों से एकजुट होने की अपील की है.
वहीं, महाराष्ट्र के चुनाव नतीजों और ताजा झानों के मुताबिक 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 102 सीट हासिल करने की संभावना है. वह 63 सीटों पर जीत चुकी है. शिवसेना 44 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और उसके 57 सीटें जीतने की संभावना नजर आ रही है. 2014 के चुनाव में भाजपा और शिवसेना ने क्रमश: 122 और 63 सीटों पर जीत दर्ज की थी. उस वक्त दोनों दलों ने अपने-अपने बूते चुनाव लड़ा था. राज्य में राकांपा 39 सीट पर जीत दर्ज कर चुकी है और उसके कुल 53 सीटों पर जीत हासिल करने की संभावना है. उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस 28 पर जीत दर्ज कर चुकी है और उसके कुल 47 सीटें जीतने की संभावना है. राज्य के चुनाव परिणाम रुझानों से पता चलता है कि भाजपा अपने बूते बहुमत हासिल करने से पीछे है, वहीं उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि सत्ता साझेदारी के लिए 50:50 फार्मूला लागू करने का वक्त आ गया है, जिस पर पहले ही फैसला किया जा चुका है.
ठाकरे ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा, महाराष्ट्र का जनादेश कई लोगों के लिए आंखें खोलने वाला है. उन्होंने कड़ी सौदेबाजी का संकेत देते हुए कहा, हम कम सीटों पर (भाजपा से) चुनाव लड़ने को राजी हो गये थे, लेकिन मैं हर बार भाजपा के लिए रास्ता नहीं छोड़ सकता. मुझे अपनी पार्टी को भी तो आगे बढ़ाना होगा. पवार ने संवाददाताओं से कहा कि इस चुनाव का संदेश यह है कि लोग सत्ता के अहंकार को पसंद नहीं करते. महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाले प्रमुख नेताओं में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे और विधानसभा परिषद में विपक्षी नेता धनंजय मुंडे शामिल हैं. वहीं, राज्य सरकार में मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार पंकजा मुंडे को शिकस्त का सामना करना पड़ा.