जम्मू कश्मीर प्रशासन के परामर्श के बाद घाटी से लौटने लगे सैलानी-श्रद्धालु
श्रीनगर : सुरक्षा कारणों से यात्रा में कटौती के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन के परामर्श के बाद सैलानी और अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालु शनिवार को कश्मीर घाटी से लौटने लगे. श्रीनगर हवाई अड्डे पर एक अधिकारी ने बताया कि जरूरत के मुताबिक वायु सेना के विमानों को सेवा में लगाया गया है. कश्मीर पर्यटन के […]
श्रीनगर : सुरक्षा कारणों से यात्रा में कटौती के लिए जम्मू कश्मीर प्रशासन के परामर्श के बाद सैलानी और अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालु शनिवार को कश्मीर घाटी से लौटने लगे.
श्रीनगर हवाई अड्डे पर एक अधिकारी ने बताया कि जरूरत के मुताबिक वायु सेना के विमानों को सेवा में लगाया गया है. कश्मीर पर्यटन के निदेशक निसार वानी ने यहां बताया कि परामर्श जारी होने के तुरंत बाद जम्मू कश्मीर पर्यटन विभाग ने पर्यटकों को वापस श्रीनगर लाने के लिए विभिन्न स्थानों पर शुक्रवार को बसें भेजी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कश्मीर में 20,000-22,000 सैलानी थे. वानी ने शनिवार को बताया, इनमें से अधिकतर श्रीनगर पहुंच गये या घाटी से रवाना हो गये. उनमें से कुछ अब भी रुके हैं. कुछ सैलानी ट्रैकिंग के लिए पहलगाम क्षेत्र गये थे और अभी वापस नहीं आये हैं. वापस आने पर उन्हें जाने के लिए कहा जायेगा. उन्होंने कहा, हमने गुलमर्ग, पहलगाम और अन्य स्थानों से सैलानियों को श्रीनगर लाने और उन्हें घाटी से ले जाने के लिए बसें भेजी. देर रात तक यह चलती रही और मैं भी स्थिति की निगरानी कर रहा हूं.
वानी ने कहा कि पर्यटक रात में श्रीनगर में विभिन्न होटलों में रुके थे और तड़के उन्हें हवाई अड्डे पर ले जाया गया. उन्होंने बताया कि सभी पर्यटन स्थलों के अधिकारियों को अपने-अपने इलाके से पर्यटकों को निकालने के बारे में कह दिया गया है. दिल्ली से आये एक पर्यटक अनिल वर्मा ने कहा, पिछले कई वर्षों से मैं कश्मीर आता रहा हूं लेकिन सरकार का ऐसा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कभी नहीं देखा. हरियाणा से आये एक अन्य सैलानी रमेश कुमार ने कहा कि सरकार का आदेश अप्रत्याशित है. उन्होंने कहा, हम पहले भी यहां आते रहे हैं लेकिन सरकार का ऐसा परामर्श हमने कभी नहीं देखा है. यह अप्रत्याशित है. राज्य प्रशासन ने यह परामर्श तब जारी किया गया जब सेना ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादी अमरनाथा यात्रा को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं.