नयी दिल्ली:भारत की स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा को लेकर तेलंगाना की सियासत गरम है. राज्य ने सानिया को ब्रांड एम्बेस्डर बनाया है जिसका विरोध बीजेपी ने किया है. इस विरोध का उन्होंने ट्विटर पर जवाब दिया है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है ‘कुछ लोग हैं जो दूसरों की खुशी नहीं देख सकते हैं.’

उन्होंने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक के साथ शादी की है. इस कारण बीजेपी ने उन्हें पाकिस्तानी बहू कहकर विरोध किया है. इससे पहले भी कई कारण से सानिया चर्चा में रहीं हैं.

भाजपा ने सानिया मिर्जा का किया विरोध,बताया पाकिस्‍तान की बहू

हो चुका है सानिया और मलिक की शादी का विरोध
इसके पहले भी उनकी शादी का विरोध हो चुका है. शादी के पहले सुन्नी उलेमा बोर्ड ने फतवा जारी कर शादी पर ऐतराज जताया था. इसके बाद इसकी चर्चा जोर शोर से हुई. विरोध की परवाह किये बिना सानिया ने मलिक से शादी की.

पहले मोहम्‍मद सोहराब से हुई थी सगाई
शुक्रवार 10 जुलाई 2009 को हैदराबाद में अपने मंगेतर मोहम्‍मद सोहराब मिर्जा के साथ भारतीय टेनिस स्‍टार सानिया मिर्जा की सगाई हो गई थी. लेकिन किसी कारण से यह टूट गई बाद में सानिया ने अपना दिल मलिक को दे दिया और अप्रैल 2010 में शादी कर ली. जुलाई 2009 में सोहराब और सानिया की सगाई हुई थी. दोनों बचपन के दोस्त थे. सोहराब ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे थे.


शादी के बाद भी वो मिर्जा ही रही

शोएब मलिक से शादी करने के बाद भी सानिया ने अपना सरनेम नहीं बदला. उन्होंने इस मुद्दे पर साफ कह दिया था कि शादी के बाद भी वो सानिया मिर्जा के नाम से ही जानी जाएंगी. शादी के बाद भी उन्होंने भारत के लिए कई मैच खेले. आज भी भले वो पाकिस्तानी बहु हो लेकिन लोग पहले उन्हें भारत की बेटी के नाम से ही जानते हैं.

टेलिफोन से चढ़ा इश्‍क परवान
यूं तो सानिया ने पहली मुलाकात में ही शोएब को अपना दिल दे दिया था लेकिन उन्होंने इसका इजहार टेलिफोन पर किया था. एक पत्रिका को दिये इंटरव्यू में इस कपल ने इसका खुलासा किया. वे कह चुके हैं कि पहली कुछ मुलाकातों के बाद उनकी मुहब्बत टेलिफोन के जरिये परवान चढ़ी. वे एक दूसरे को लगातार एसएमएस करते थे और फिर फोन पर घंटों बातें करने लगे. यही से उनका इश्क परवान चढ़ा.