नयी दिल्ली: मानसून के साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों से भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की तस्वीरें सामने आने लगी हैं. ताजा तस्वीर पश्चिम बंगाल स्थित कालिम्पोंग में राष्ट्रीय राजमार्ग 10 से आ रही है जहां सिक्किम-दार्जिलिंग मार्ग में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण यातायात बाधित हो गया है. वाहनों की लंबी कतार लगी हुई है और लोग बड़ी संख्या में यहां घंटो से फंसे हैं.

दूसरी तस्वीर मध्य प्रदेश से आई है जहां दामोह जिले के पिपरिया गांव के लोग लकड़ी के क्षतिग्रस्त पुल की सहायता से जान को जोखिम में डालकर पानी से लबालब भरी नदी और तेज धारा को पार करते हैं. इस संबंध में पथरिया पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि हमें इस बात की जानकारी अभी मिली है और लगता है कि जिस एजेंसी को यहां पुल बनाने का काम दिया गया था उसने शायद आधा ही निर्माण किया है. उन्होंने कहा कि हम जल्द ही इसका निर्माण पूरा करवाने लिये के उच्चाधिकारियों को लिखेंगे.

वहीं पिथरिया एसडीएम भारती मिश्रा ने कहा कि हमें भी पानी की तेज धार को क्षतिग्रस्त पूल से पार करने की जानकारी मिली है. उन्होंने कहा कि ये खतरनाक है और लोगों की जान जा सकती है. उन्होंने कहा कि हम पिपरिया गांव को बाढ़ प्रभावित इलाके की सूची में शामिल करेंगे और वहां आपदा प्रबंधन की टीम को तैनात करेंगे. पिथरिया एसडीएम ने फिलहाल वहां कुछ अस्थायी व्यवस्था करने की बात कही है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.

गर्भवती महिला को नाव से पहुंचाया अस्पताल

इधर उत्तराखंड के भी कई इलाके बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. राज्य के उधम सिंह नगर स्थित खटीमा इलाके में रहने वाले लोग बाढ़ की वजह से परेशान हैं. उनका सड़क संपर्क पूरी तरह टूट गया है. स्थानीय लोगों की मांग है कि उन्हें बेहतर सड़क सुविधा और राहत सामग्री चाहिये. जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले यहां एक गर्भवती महिला को नाव से अस्पताल ले जाना पड़ा था.