नयी दिल्लीः कर्नाटक में उपजा सियासी उठापटक सोमवार को संसद तक पहुंच गया. कांग्रेस के आरोपों पर लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पलटवार किया. कहा कि कर्नाटक में जो हो रहा है उससे हमारी पार्टी का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी कभी खरीद-फरोख्त में शामिल नहीं रही. साथ ही कहा कि हम संसदीय लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं. \
उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि इस्तीफे देने की प्रवृत्ति कांग्रेस में राहुल गांधी द्वारा शुरू की गई थी, यह हमारे द्वारा शुरू नहीं किया गया था. उन्होंने खुद लोगों से इस्तीफे जमा करने के लिए कहा, यहां तक ​​कि वरिष्ठ नेता भी इस्तीफे सौंप रहे हैं.
इससे पहले लोकसभा में कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भाजपा पर कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार गिराने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि ये हमारे विधायकों को चार्टेड प्लेन से मुंबई लेकर गए. आगे कहा कि सरकार तोड़ने के लिए दल-बदलू की कोशिश की जा रही है और इसके लिए केंद्र सरकार साजिश रच रही है. चौधरी ने कहा कि यह सरकार लोकतंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं और आपकी पार्टी के नेताओं का इसमें हाथ है. इसी का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह कांग्रेस पह हमला बोला.
बता दें कि कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की सरकार गिरने की कगार पर खड़ी है. कांग्रेस के 10 और जेडीएस के तीन विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि आज एक निर्दलीय ने सरकार से समर्थन वापस लेते हुए भाजपा के समर्थन का ऐलान कर दिया है. इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बाद विधानसभा के समीकरण ऐसे हो गए हैं कि भारतीय जनता पार्टी बहुमत की स्थिति में नजर आ रही है.
हालांकि विधायकों का इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है. विधानसभा अध्यक्ष मंगलवार को आएंगे तब आगे की कार्रवायी होगी. भाजपा सरकार बनाने की संभावनाओं से उत्साहित है. कांग्रेस के सभी बागी विधायक मुंबई में हैं. कांग्रेस और जेडीएस दोनों दलों के नेता विधायकों को मनाने के प्रयास में जुटे हैं.