‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : भारतीय वायु सेना ने फरवरी में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हमले के ऑपरेशन की गोपनीयता बनाये रखने के लिए इसे एक कोडनेम दिया गया था. यह कोडनेम था ‘ऑपरेशन बंदर’.
वायु सेना ने 12 मिराज-2000 फाइटर जेट को इस हमले को अंजाम देने के लिए भेजा था. हमले में जैश के आतंकी ठिकानों को काफी नुकसान पहुंचा था. वायु सेना ने कमांडो की एक टीम को भी स्टैंडबाय पर रखा था, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निबटा जा सके.