-कांग्रेस नेता कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ संसद पहुंचे

– मधुबनी से भाजपा के सांसद डॉ अशोक कुमार यादव कुछ इस अंदाज में पहुंचे संसद

– अधीर रंजन हो सकते हैं लोकसभा में कांग्रेस के नेता

-परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा, मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भी शपथ ली. इससे पहले कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने पीठासीन अध्यक्षों के पैनल की घोषणा की जिनमें के सुरेश, ब्रजभूषण शरण सिंह एवं बी महताब शामिल हैं.

-राहुल गांधी संसद में नहीं है मौजूद

-अमित शाह, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, गिरिराज सिंह ने शपथ लिया

– अन्य सदस्य भी ले रहे हैंशपथ

– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ लिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17वीं लोकसभा के पहले सत्र में भाग लेने के लिए संसद पहुंच गये हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में सक्रिय विपक्ष का होना बहुत जरूरी है. विपक्ष को अपनी संख्या को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि वे सक्रिय होकर सदन की कार्यवाही में भाग लेंगे और बहस में हिस्सा लेंगे.

नयी दिल्ली :सत्रहवीं लोकसभा का पहला सत्र आज 17 जून से शुरू हुआ. संसद का यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इस सत्र में केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा, साथ ही तीन तलाक विधेयक को नये स्वरूप में पेश किया जायेगा, कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयक भी सरकार के एजेंडे में शामिल हैं.

26 जुलाई को समाप्त होने वाले इस सत्र में 30 बैठकें होंगी. पहले दो दिन लोकसभा के सभी सांसदों को शपथ दिलाई जाएगी. कार्यवाहक लोकसभा अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार शपथ दिलाएंगे. लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव 19 जून को होगा और अगले दिन दोनों सदनों के संयुक्त सत्र की बैठक में राष्ट्रपति का अभिभाषण होगा. केंद्रीय बजट पांच जुलाई को पेश होना है.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी लोकसभा के पहले सत्र की पूर्वसंध्या पर रविवार को सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने 19 जून को सभी दलों के प्रमुखों को ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर तथा अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया है.

लोकसभा में इस बार कई नये चेहरे होने की बात को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि निचले सदन का पहला सत्र नये उत्साह और सोच के साथ शुरू होना चाहिए. सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस ने सरकार के साथ बेरोजगारी, किसानों की समस्या, सूखा और प्रेस की आजादी जैसे विषय उठाये. विपक्षी दल ने जम्मू कश्मीर में जल्द विधानसभा चुनाव कराने की मांग की.