‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
इंदौर : मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस का लोकसभा चुनावों में सूपड़ा साफ होने की भविष्यवाणी करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि भावी हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ को अपना पद छोड़ देना चाहिए.
उन्होंने दावा किया कि कमलनाथ ने अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों को ताकीद की थी कि अगर उनके क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार की लोकसभा चुनावों में पराजय हुई, तो उन्हें मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा. शिवराज ने यहां संवाददाताओं से कहा, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ये निर्देश दिये थे कि अगर उनके किसी भी मंत्री के क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार (लोकसभा चुनाव) हारा, तो संबंधित मंत्री को उनके पास इस्तीफा लेकर आना पड़ेगा. अब 23 मई को लोकसभा चुनावों के जो नतीजे आने वाले हैं, उनमें कांग्रेस की भारी पराजय की भनक पाते ही कमलनाथ के पांव के नीचे से जमीन खिसक गयी है.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, अगर वे (कांग्रेस उम्मीदवार) राज्य के दो-चार लोकसभा क्षेत्रों में हारते, तो कमलनाथ अपने संबंधित मंत्रियों से इस्तीफा ले सकते थे. लेकिन, अब कांग्रेस उम्मीदवार पूरे प्रदेश में ही हार रहे हैं, तो इसका जिम्मेदार कमलनाथ का मंत्रिमंडल नहीं है. मुख्यमंत्री खुद इस हार के जिम्मेदार हैं. उन्होंने सूबे की कमलनाथ सरकार पर मतदाताओं से वादाखिलाफी का आरोप दोहराते हुए कहा कि सत्तारूढ़ कांग्रेस झूठ बोल रही है कि उसने किसान कर्ज माफी समेत अपने वे 83 चुनावी वचन पूरे कर दिये हैं जो उसने नवंबर 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान दिये थे.