राजीव गांधी पर राजनीति जारी: कांग्रेस ने हत्या को भाजपा से जोड़ा, जेटली ने किया पलटवार

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चुनाव प्रचार अभियान में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को बार-बार निशाना बनाये जाने के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने गुरुवार को कहा कि शहीद प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द कहना ‘‘बेहद कायरता’ की निशानी है. पटेल का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2019 12:09 PM
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नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चुनाव प्रचार अभियान में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को बार-बार निशाना बनाये जाने के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने गुरुवार को कहा कि शहीद प्रधानमंत्री के बारे में अपशब्द कहना ‘‘बेहद कायरता’ की निशानी है. पटेल का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब मोदी ने एक दिन पहले ही गांधी परिवार पर आरोप लगाया था कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो गांधी परिवार युद्धपोत आईएनएस विराट का उपयोग ‘‘निजी टैक्सी’ के रूप में करता था.

पटेल ने ट्वीट किया, ‘‘उनकी नफरत के कारण राजीवजी ने अपना जीवन गंवा दिया और वह अपने खिलाफ कहे जा रहे अपशब्दों एवं लगाए जा रहे निराधार आरोपों का उत्तर देने के लिए अब हमारे बीच यहां नहीं हैं. एक शहीद प्रधानमंत्री के लिए अपशब्द कहना बेहद कायरता है.’

उन्होंने कहा, ‘‘उनकी हत्या का जिम्मेदार कौन है? विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिलने और बार बार अनुरोध किए जाने के बाद भी भाजपा समर्थित वी पी सिंह सरकार ने उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार कर दिया था और उन्हें केवल एक पीएसओ दिया था.’

भाजपा नेता और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पटेल के आरोपों का जवाब देने में देर नहीं लगायी और ट्वीट अपने ट्विटर वाल पर लिखा कि दिसंबर 1990 से मई 1991 तक, जिस दौरान राजीव गांधी की हत्या की गयी उस दौरान कांग्रेस केंद्र में चंद्रशेखर सरकार का समर्थन कर रही थी. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि मई 1991 से 2014 तक कांग्रेस अपने वर्तमान साथी डीएमके पर राजीव गांधी की हत्या का आरोप लगाती आयी. इस ग्राउंड पर इन्होंने समर्थन भी वापस लिया और अब 28 साल बाद कांग्रेस बोल रही है कि राजीव की हत्या के पीछे भाजपा की साजिश है…

आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एवं महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई कांग्रेस नेताओं ने राजीव गांधी पर निशाना साधने के लिए मोदी की आलोचना की है. इससे पहले भी मोदी ने बोफोर्स घोटाले का जिक्र करते हुए राजीव गांधी को ‘‘भ्रष्टाचारी नंबर एक’ बताया था. गौर हो कि राजीव गांधी 1984 से 1989 तक देश के प्रधामनंत्री रहे थे.

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