कांग्रेस ने पीएम मोदी पर लगाया जनता से जुड़े मुद्दों से भागने का आरोप, बोली-जवानों के बलिदान का कर रहे राजनीतिकरण

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दों से भागने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि मोदी को वोट मांगने से पहले ‘वादाखिलाफी’ के लिए माफी मांगनी चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी दावा किया कि ‘विवादित’ प्रधानमंत्री जवानों के बलिदान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 30, 2019 5:30 PM

नयी दिल्ली : कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इस चुनाव में जनता से जुड़े मुद्दों से भागने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि मोदी को वोट मांगने से पहले ‘वादाखिलाफी’ के लिए माफी मांगनी चाहिए. पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी दावा किया कि ‘विवादित’ प्रधानमंत्री जवानों के बलिदान का राजनीतिकरण कर रहे हैं और ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस उन्हें असल मुद्दों से भागने नहीं देगी.

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शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि मोदी जी विवादित प्रधानमंत्री हैं, जिनको बातें बनाना ज्यादा पसंद है, काम करना कम पसंद है. प्रचार में इनका कोई मुकाबला नहीं है. उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री असली मुद्दों से भाग रहे हैं. रोजगार के सवाल पर वह मौन हैं. करोड़ों रोजगार खत्म हुए, तो इसके लिए इनकी नीतियां जिम्मेदार हैं. किसानों की बुरी स्थिति है. इस चुनाव में उन्हें रोजी-रोटी से जुड़े मुद्दों पर जवाब देना देना चाहिए. हम नरेंद्र मोदी की जवाबदेही तय करेंगे. असली मुद्दों से उन्हें भागने नहीं देंगे.

शर्मा ने कहा कि जवानों के पराक्रम और बलिदान के संदर्भ में प्रधानमंत्री जो बयान दे रहे हैं, उससे पूरी दुनिया में देश की जगहंसाई हो रही है. उन्होंने अर्थव्यवस्था से जुड़े कुछ मानकों का हवाला देते हुए कहा कि इस सरकार की एक भी उपलब्धि भी ऐसी नहीं है, जिससे इस सरकार की तारीफ की जाये. निवेश टूट हो चुका है. देश का कर्ज बढ़ रहा है, सरकार का कर्ज बढ़ रहा है. रोजगार सृजन होगा, किसान की स्थिति मजबूत होगी, अर्थव्यवस्था बढ़ेगी, तो देश सुरक्षित होगा. प्रधानमंत्री के झूठे प्रचार से देश सुरक्षित नहीं होगा.

शर्मा ने सवाल किया कि अगर मोदी जी इतने ही मजबूत हैं, तो सामने आकर जवाब नहीं क्यों नहीं देते? असल मुद्दों से क्यों भाग रहे हैं? दूसरी पार्टियों के लोगों को क्यों तोड़ रहे हैं? उन्होंने कहा कि झूठे वादों की सुनामी में इनको 31 फीसदी वोट मिले थे. इस पर हिसाब देना है. बेहतर है कि वो पहले वादाखिलाफी के लिए माफी मांग ले, फिर वोट मांगे.

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