नयी दिल्ली : रायसीना डायलॉग 2019 में सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि कट्टरता ने देश में नया रूप ले लिया है. जम्मू-कश्मीर में युवा गलत जानकारी और धर्म के नाम पर कहे जा रहे झूठ के कारण से कट्टरता की तरफ रुख कर रहे हैं जो युद्ध की तरह है.

आगे उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को देखना चाहिए कि वहां झूठी खबरें और गलत जानकारी न फैले, जिससे कट्टरता बढ़ती है. सोशल मीडिया के जरिए बढ़ रहा कट्टरवाद ही आतंकी संगठनों को फंडिंग जुटाने में भी मदद करता है.

रावत ने कहा कि आतंकवाद को देश जब तक सरकारी नीति के तौर पर बढ़ावा देते रहेंगे, तब तक यह मौजूद रहेगा. आतंकवाद अब कई सिर वाले राक्षस की तरह अपने पैर पसार रहा है.

अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर जनरल रावत ने कहा कि तालिबान के साथ बातचीत होनी चाहिए, लेकिन यह बिना किसी शर्त के हो. आतंकवाद युद्ध का एक नया तरीका बन रहा है.