सिद्धू का फिर जागा पाकिस्तान प्रेम, बताया, दक्षिण भारत से बेहतर जगह
नयी दिल्ली : भारत के पूर्व क्रिकेटर और भाजपा छोड़ कांग्रेस में गये पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर विवादों में हैं. इमरान खान के बुलावे पर पाकिस्तान गये सिद्धू का एक बार फिर ‘पाक प्रेम’ जाग गया है. तभी तो उन्होंने पड़ोसी देश को दक्षिण भारत से बेहतर जगह बता दिया. […]
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नयी दिल्ली : भारत के पूर्व क्रिकेटर और भाजपा छोड़ कांग्रेस में गये पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर विवादों में हैं. इमरान खान के बुलावे पर पाकिस्तान गये सिद्धू का एक बार फिर ‘पाक प्रेम’ जाग गया है. तभी तो उन्होंने पड़ोसी देश को दक्षिण भारत से बेहतर जगह बता दिया.
दरअसल हिमाचल प्रदेश के कसौली में 7वें खुशवंत सिंह लिचरेटरी फेस्टिवल के दौरान जब सिद्धू से पंजाब और पाकिस्तान के बीच सांस्कृतिक समानता के बारे में पूछा गया, तो कांग्रेस और पंजाब के मंत्री सिद्धू ने कहा, जब दक्षिण भारत जाता हूं तो मैं वहां की भाषा नहीं समझ पाता. कुछ शब्द ही समझ में आता है. वहां की संस्कृति बिल्कुल अलग है, जबकि पाकिस्तान जाता हूं तो भाषा एक है. उन्होंने कहा, दक्षिण भारत में जाने पर भाषा से लेकर खान-पान सब बदल जाता है. आपको दक्षिण भारत में रहने के लिए अंग्रेजी या तेलुगु सिखना पड़ेगा, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा नहीं है.
सिद्धू के इस बयान पर भाजपा नेता अनिल विज ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. सिद्धू के बयान पर अनिल ने ट्वीट किया और लिखा, ‘नवजोत सिंह सिधु जी यदि आतंकिस्तान (पाकिस्तान) और उसकी गोली की भाषा आपको इतनी ही अच्छी लगती है तो आप हिंदुस्तान में रह कर पाक एजेंट की तरह पाकिस्तान का गुणगान करने की बजाए पाकिस्तान ही चले जाएं तो अच्छा है.’
नवजोत सिंह सिधु जी यदि आतंकिस्तान (पाकिस्तान) और उसकी गोली की भाषा आपको इतनी ही अच्छी लगती है तो आप हिंदुस्तान में रह कर पाक एजेंट की तरह पाकिस्तान का गुणगान करने की बजाए पाकिस्तान ही चले जाएं तो अच्छा है । pic.twitter.com/vyl0zEsrRD
— ANIL VIJ MINISTER HARYANA (@anilvijminister) October 13, 2018
सिद्धू ने एक बार फिर अपने पाकिस्तान दौरे को सही ठहराया. गौरतलब हो इमरान खान अपने शपथग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान आने का न्यौता भेजा था. सिद्धू वहां गये भी, लेकिन बाद में उनकी यह यात्रा काफी विवादों में रहा और उन्हें कई बार इसके लिए सफाई भी देना पड़ा.