राफेल डीलः ओलांद के बयान पर फ्रांस ने कहा- रिलायंस का चुनाव दैसॉ एविएशन ने किया था

नयी दिल्ली : राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने केंद्र पर हमला तेज कर दिया है. मालूम हो कि राफेल करार में एक फ्रेंच प्रकाशक ने कथित तौर पर पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से कहा कि अरबों डॉलर के इस सौदे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 22, 2018 9:12 AM
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नयी दिल्ली : राफेल डील को लेकर फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बयान के बाद विपक्षी पार्टियों ने केंद्र पर हमला तेज कर दिया है. मालूम हो कि राफेल करार में एक फ्रेंच प्रकाशक ने कथित तौर पर पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के हवाले से कहा कि अरबों डॉलर के इस सौदे में भारत सरकार ने अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को दसॉल्ट एविएशन (दैसॉ) का साझीदार बनाने का प्रस्ताव दिया था.

मामले को लेकर मचे मचे राजनीतिक तूफान के बीच फ्रांस की सरकार ने स्पष्ट किया है कि भारतीय औद्योगिक पार्टनर के चुनाव में उसकी किसी तरह की भूमिका नहीं रही है. फ्रांस सरकार ने जोर देते हुए कहा है कि फ्रेंच कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट के लिए भारतीय कंपनी का चुनाव करने की पूरी आजादी प्राप्त है. आगे फ्रांस सरकार ने यह भी कहा है कि दैसॉ ने सबसे बेहतर विकल्प को चुनने का काम किया है.

फ्रेंच कंपनी दैसॉ ने भी मामले को लेकर बयान जारी किया और कहा कि उसने ऑफसेट पार्टनर के रूप में खुद रिलायंस का चुनाव किया था.

विपक्ष का हमला

इधर , मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत तौर पर इस मामले में नेगोशिएट किया और बंद दरवाजों के पीछे राफेल डील को बदलवाया. फ्रांस्वा ओलांद का धन्यवाद, हम अब जानते हैं कि उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर दिवालिया अनिल अंबानी को अरबों रुपये की डील दिलवायी थी. पीएम ने देश को धोखा दिया है. उन्होंने सैनिकों के खून का अपमान किया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी सच बोलिए. देश सच जानना चाहता है. रोज भारत सरकार के बयान झूठे साबित हो रहे हैं. लोगों को अब यकीन होने लगा है कि कुछ बहुत ही बड़ी गड़बड़ हुई है, वरना भारत सरकार रोज एक के बाद एक झूठ क्यों बोलेगी. माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि अगर इस तरह को कोई करार हुआ है तो यह राफेल सौदा एक घोटाला है. मोदी सरकार ने झूठ बोला और भारतीयों को गुमराह किया. पूरा सच हर हाल में सामने आना चाहिए.

फैसले में सरकार की कोई भूमिका नहीं : रक्षा मंत्रालय

ओलांद की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस वाणिज्यिक फैसले में न तो सरकार और न ही फ्रांसीसी सरकार की कोई भूमिका थी. पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति वहां की मीडिया को दिये एक साक्षात्कार में कहा है भारत सरकार ने एक खास संस्था को राफेल में दसॉल्ट एविएशन का साझीदार बनाने के लिये जोर दिया था. इस पर रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं थी.

सफेद झूठ का पर्दाफाश हुआ : सुरजेवाला
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सफेद झूठ का पर्दाफाश हुआ. प्रधानमंत्री के साठगांठ वाले पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को 30 हजार करोड़ रुपये के ऑफसेट कांट्रैक्ट से वंचित किया गया. इसमें मोदी सरकार की मिलीभगत और साजिश का खुलासा हो गया है.

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