‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 35 ए और 370 पर रुख स्पष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को फिर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अगर इस पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है, तो उनकी पार्टी पंचायत चुनाव के साथ ही विधानसभा और लोकसभा चुनावों का भी बहिष्कार करेगी. पार्टी ने पहले ही 35 ए के मुद्दे पर सूबे में आगामी पंचायत चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया है.
अब्दुल्ला के इस बयान को लेकर भाजपा नेता राम माधव ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने हमेशा राजनीति की है और कभी भी लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों को सुनिश्चित करने का प्रयास नहीं किया. अब जब मोदी जी यहां कुछ करना चाहते हैं तो फारूक अब्दुल्ला उनके खिलाफ बोल रहे हैं. आगे राम माधव ने कहा कि यदि अब्दुल्ला 35 ए को लेकर पंचायत चुनाव को बाधित कर रहे हैं तो उन्होंने कारगिल चुनाव क्यों लड़ा था?
यहां चर्चा कर दें कि शनिवार को अब्दुल्ला ने कहा कि कहा कि हम कैसे अपने कार्यकर्ताओं के पास जा सकते हैं और उन्हें वोट देने के लिए निकलने के लिए कह सकते हैं? पहले हमारे साथ न्याय करिए और अनुच्छेद 35ए पर अपना रुख स्पष्ट करिए. अगर आपकी योजना जम्मू-कश्मीर की विशेष स्थिति को कमजोर करने की है, तो हमारे रास्ते अलग हैं. फिर हम चुनाव नहीं लड़ सकते. ना केवल शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव, बल्कि हम फिर विधानसभा और संसदीय चुनावों का भी बहिष्कार करेंगे.
श्रीनगर में वह अपने पिता और नेकां के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 36वीं पुण्यतिथि पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.