सूरत : एक एमबीबीएस टॉपर डॉक्टर व अरबपति परिवार की बेटी ने अपना कैरियर त्याग कर जैन भिक्षु बनने का निर्णय लिया. तीन साल से डॉक्टर के रूप में प्राइक्टिस कर रही हिना हिंगड ने बुधवार को जैन भिक्षु बनने की दीक्षा ली. उनके दीक्षा का कार्यक्रम सुबह से दोपहर तक चला. हिना अब साध्वी श्री विशारद माला हो गयीं.

ऐसा नहीं है कि उन्होंने अचानक यह फैसला लिया है. वे पिछले 12 साल से अपने परिवार को इसके लिए राजी करने का प्रयास कर रही थीं. उनका मानना है कि सांसरिक जीवन त्याग कर जैन भिक्षु बनने का निर्णय लेना आसान फैसला नहीं है.

हिना ने दीक्षा के लिए 48 दिन का ध्यान पूरा किया. इस संबंध में आचार्य विजय ने बताया कि उन्होंने पिछले जन्म के ध्यान व श्रद्धा की वजह से भिक्षु बनने का निर्णय लिया.