‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली: विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और सत्ता में घटती दखलअंदाजी के बाद वीएचपी से इस्तीफा दे चुके प्रवीण तोगड़िया ने रविवार को अंतराष्ट्रीय हिन्दू परिषद (एएचपी) लॉन्च किया है. इस संगठन के अध्यक्ष खुद तोगडिया होंगे. उन्होंने वीएचपी के पैटर्न पर ही कई संगठन- राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय किसान परिषद, राष्ट्रीय मजदूर परिषद, राष्ट्रीय छात्र परिषद, राष्ट्रीय महिला परिषद और युवतियों के लिए ओजस्विनी संगठन का गठन करने का काम किया.
संगठन की लॉन्चिंग के अवसर पर तोगड़िया समर्थक खास टोपी में दिखे. जिसपर ‘हिंदू ही आगे’ लिखा था. साथ ही मंच पर भारत माता, गौ माता, भगवान गणेश के साथ अशोक सिंघल की तस्वीर लगी हुई नजर आयी. आपको बता दें कि अशोक सिंघल विश्व हिंदू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं और उनका 17 नवंबर 2015 को निधन हो गया था. एएचपी के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मेरा संगठन 1964 से चलता आ रहा है और यह अपने लक्ष्य पर लगातार आगे बढ़ रहा है. नयी टीम का गठन हुआ है जो अपना काम करेगी.
उन्होने कहा कि हमारी टीम बदली लेकिन हमारे तेवर नहीं बदले हैं. लोग आते जाते रहते हैं. यहां चर्चा कर दें कि इसी वर्ष अप्रैल में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) में चुनाव कराये गये थे. तोगड़िया की नाराजगी का ख्याल रखे बिना हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल वीएस कोकजे (विष्णु सदाशिव कोकजे) को वीएचपी का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. कोकजे ने तोगड़िया के करीबी माने जाने वाले राघव रेड्डी को पछाड़ा था.
तोगड़िया ने उस वक्त दावा किया था कि वीएचपी के इतिहास में पहली बार चुनाव से अध्यक्ष चुना गया है. उन्होंने भाजपा की ओर इशारा किया था और कहा था कि इसे सरकारी संस्था बनाने की साजिश चल रही है.