नयी दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर और उसके आसपास के इलाकों की हवा अब भी जानलेवा बनी हुई है. शुक्रवार को भी दिल्ली व राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की हवा स्वास्थ्य के लिए खतरनाक श्रेणी में रखी गयी. ऐसे में लोगों को सलाह दी गयी है कि वे बाहर निकलने से बचें. राजस्थान से चलने वाली चक्रवाती हवा के कारण यह स्थिति बना है. पीएम 10 का स्तर दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में 700 से ऊपर पाया गया है. कई इलाकों में तो यह 800 से ऊपर है. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री डॉ हर्षवर्द्धन ने कहा है कि अगले दो दिनों में दिल्ली के हालात सुधर जाएंगे. उन्होंने कहा है कि कल व आज की स्थिति बदली है. उन्होंने कहा कि मौसम विभाग ने आश्वस्त किया है कि सप्ताहंत तक हवा का पीएम 10 लेवल कम हो जाएगा. वहीं, उप राज्यपाल के यहां धरना दे रहे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोग खराब हवा की बात कर रहे हैं, लेकिन हम क्या करें, पिछले चार महीने से पर्यावरण संबंधी बैठक में दिल्ली का पर्यावरण सचिव नहीं आए हैं.

एक्यूआइसीएन के अनुसार, एयर क्वाइलिटी इंडेक्स पर शुक्रवार को आरकेपुरममें 948 और आनंद विहार का 999 पाया गया. इसके अलावा मंदिर मार्ग में 687, द्वारका में 333, ओखला में 686, पंजाबी बाग में 842 व आइटीओ पर 457 पाया गया. उल्लेखनीय है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स पर शून्य से 50 तक के स्तर को अच्छा, 51 से 100 तक को संतोषजनक, 101 से 200 तक के स्तर को औसत, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से ऊपर के स्तर को बेहद नुकसानदेह माना जाता है.

हवा की खराब गुणवत्ता को देखते हुए उप राज्यपाल अनिल बैजल ने गुरुवार को 17 जून तक सभी तरह के निर्माण कार्य रोक देने को आदेश दिए. उन्होंने इस मुद्दे पर बैठक भी की है. दिल्ली में बड़ी संख्या में बीते सालों में पेड़ काटे जाने से स्थिति बदतर हुई है.