‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
बीजापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कर्नाटक के बीजापुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में प्रदेश का जो हाल किया है उससे नाराज जनता उन्हें पांच साल की कठोर सजा देगी. उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम 15 को आयेंगे, लेकिन कांग्रेस अभी से अपनी हार के कई बहाने तलाश रही है. मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां उपस्थित लोग बतायें, क्या कर्नाटक में एक भी ऐसा मंत्री है, जिसपर भ्रष्टाचार का आरोप ना लगा हो. यह भ्रष्ट लोगों की सरकार है, जिसे जनता जनार्दन ने सजा देने का ठान लिया है.वह प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा का भ्रम फैला रही है, क्योंकि वह जानती है कि भाजपा जीतकर आने वाली है.
मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने बांटों और राज करो का सिद्धांत अपनाया है, जबकि भगवान बसेश्वर ने सबको साथ लेकर चलने की बात की थी. कांग्रेस लोगों को संप्रदाय और जाति में बांटना चाहती है, लेकिन यह भगवान बसेश्वर की पवित्र धरती है, जहां के लोग कांग्रेस के प्रपंच में नहीं फंसेगी. गौरतलब है कि लिंगायत संप्रदाय के लोग बसेश्वर को अपना भगवान मानती है चूंकि यह लिंगायत बहुल इलाका है, इसलिए नरेंद्र मोदी ने बार-बार उनके नाम का जिक्र अपने भाषण में किया.
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जब कर्नाटक सूखे की समस्या से जूझ रहा था उस वक्त कांग्रेस ने किसानों के लिए क्या किया? कर्नाटक के बड़े मंत्री उस वक्त किसानों की चिंता करने के बजाय दिल्ली में राजनीति करने में व्यस्त थे.मोदी ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए कांग्रेस की सरकार ने कुछ भी नहीं किया. यहां बीजापुर में भी एक घटना हुई है, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने कुछ नहीं किया. लेकिन एनडीए की सरकार ने महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए सख्त कानून बनायें हैं.
रैली में अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि किस तरह हमने महिलाओं को मुद्रा योजना के तहत लोन दिया और मुफ्त रसोई गैस का वितरण किया. मोदी ने आम जनता का आह्वान किया कि आप लोगों को बांटने वाली सरकार को हरायें और सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी भाजपा की सरकार कर्नाटक में बनायें. आज शाम को कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की भी यहां जनसभा है.