नीरव मोदी के पीएनबी घोटाले को संसद में उठायेगी कांग्रेस

नयी दिल्ली : नीरव मोदी आैर उससे जुड़े पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले को कांग्रेस संसद में उठाने का एेलान किया है. कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर बजट सत्र के दूसरे चरण में नीरव मोदी से जुड़े बैंक घोटाले के मुद्दे को संसद में उठायेगी और ‘सरकार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2018 9:16 PM
an image

नयी दिल्ली : नीरव मोदी आैर उससे जुड़े पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले को कांग्रेस संसद में उठाने का एेलान किया है. कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि वह अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर बजट सत्र के दूसरे चरण में नीरव मोदी से जुड़े बैंक घोटाले के मुद्दे को संसद में उठायेगी और ‘सरकार से सशक्त ढंग से जवाब मांगेंगे. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि सत्तारूढ़ दल को छोड़कर बाकी सभी दल सरकार के कुशासन से पीड़ित हैं. पहले भी न्यायाधीश लोया के मामले में सभी विपक्षी दल एकजुट होकर राष्ट्रपति के पास गये थे. उन्होंने कहा कि कुछ बुनियादी मुद्दों पर यदि साझा चिंता न होती, तो हम एकजुट नहीं हो पाते.

इसे भी पढ़ेंः #PNB_Scam : अब बच नहीं पायेगा नीरव मोदी, इंटरपोल के साथ मिलकर ठिकानों को तलाशेगी CBI

तिवारी ने कहा कि संसद का सत्र दोबारा शुरू होने दीजिए, इन सभी मुद्दों के ऊपर (नीरव मोदी से जुड़े बैंक घोटाले पर) सरकार से सशक्त तरीके से जवाब मांगा जायेगा. उन्होंने नीरव मोदी के एक कथित पत्र का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि इसे बारीकी से पढ़ा जाये, तो इसमें अहंकार की बू आती है. उन्होंने कहा कि ऐसा खत वही व्यक्ति लिख सकता है, जिसे यह मालूम हो कि उसे कोई नुकसान नहीं पहुंच सकता है. तिवारी ने दावा किया कि नीरव को यह भी भरोसा है कि आला पदों पर बैठे उसके आका उसकी सुरक्षा कवच बनकर हिफाजत करेंगे. इस पत्र में नीरव साफ कह रहा है कि वह पैसा नहीं लौटायेगा.

उन्होंने प्रधानमंत्री एवं वित्त मंत्री से सवाल किया कि नीरव मोदी के इस पत्र के बाद वे क्या कार्रवाई करने जा रहे हैं. साथ ही, उन्होंने सरकार से इस बात का भी जवाब मांगा कि बैंकों में घोटाले क्यों बढ़ते जा रहे हैं. तिवारी ने नीरव मोदी से जुड़े प्रकरण में कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी की पत्नी का नाम कथित तौर पर सामने आने से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकारी एजेंसियों के छापे में इतने दस्तावेज बरामद हुए, उसमें केवल एक ही नाम क्यों बाहर आया. उन्होंने कहा कि यह राजनीतिक द्वेष का सीधा मामला है.

तिवारी ने सरकार को चुनौती दी कि इस प्रकरण के सिलसिले में सरकारी एजेंसियों के छापों के दौरान बरामद किये गये सारे दस्तावेजों को सार्वजनिक किया जाये. यह पूछे जाने पर कि बैंकों से धोखाधड़ी कर विदेश भाग जाने वाले आईपीएल के पूर्व चेयरमैन ललित मोदी, शराब उद्योगपति विजय माल्या और अब नीरव मोदी को भारत वापस लाने में वर्तमान सरकार असहाय क्यों बैठी है? इस पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सवाल यह है कि सरकार असहाय बैठी हुई है या बैठे रहना चाहती है, दोनों चीजों में बहुत फर्क है.

Exit mobile version