क्या कोई साड़ी पहन कर स्काईडाइविंग करसकता है? जी हां, पुणे की स्काईडाइवर शीतल राणे महाजन ने यह कारनामा कर दिखाया है.

शीतलने थाईलैंड के पटाया में सोमवार को 13 हजार फुट की ऊंचाई से छलांग लगाकर विश्व रिकाॅर्ड बनाया. शीतल पहली ऐसी भारतीय महिला हैं, जिन्होंने नौवारी साड़ी पहनकर यह कारनामा किया है.

सात महाद्वीपों में स्काईडाइविंग
35 साल की शीतल पद्म पुरस्कार विजेता और दो बच्चों की मां हैं. स्काईडाइविंग में 18 राष्ट्रीय और छह से ज्यादा इंटरनेशनल रिकाॅर्ड उनके नाम हैं. वह 704 बार छलांग लगा चुकी हैं. 2004 में इस एडवेंचर स्पोर्ट में हिस्सा लेना शुरू करने वाली शीतल सात महाद्वीपों में स्काईडाइविंग कर चुकी हैं. शीतल के पति वैभव भी स्काईडाइवर हैं. दोनों ने 2011 में आसमान में उड़ते हुए हॉट बैलून में शादी की थी. वे देश के पहले स्काईडाइविंग दंपति हैं.

कहती हैं शीतल
मैंने पहले भी दो बार 13 हजार फुट की ऊंचाई से छलांग लगायी है. इस बार महिला दिवस से पहले कुछ नया करना चाहती थी, इसलिए साड़ी पहनकर स्काईडाइविंग की. यह चुनौतियों से भरा था. पहले साड़ी, उसके ऊपर पैराशूट पहनना, फिर सेफ्टी गियर, संचार सामग्री, हेलमेट, गोगल्स और जूते पहनने ने स्काई डाइविंग को चुनौतीपूर्ण बना दिया था. पैराशूट खुलने के बाद इन सब चीजों के साथ साड़ी को संभालना आसान नहीं था. मेरी साड़ी भी 8.25 मीटर लंबी थी और पटाया की हवा भी तेज है. ऐसे में उसे संभालने के लिए काफी प्रैक्टिस करनी पड़ी.

साड़ी और एडवेंचर
देश में महिलाएं कई साड़ी पहनती हैं, लेकिन महाराष्ट्र की नौवारी साड़ी पहनना और उसे संभालना सबसे मुश्किल है. तब तो और, जब यह साड़ी लगभग 8.25 मीटर लंबी हो. यह आम भारतीय साड़ियों से ज्यादा लंबी होती है. मैं यह साबित करना चाहती थी कि भारतीय महिलाएं न सिर्फ सामान्य दिनचर्या में साड़ी पहन सकती हैं, बल्कि स्काईडाइविंग जैसे जोखिम भरे एडवेंचर को भी कर सकती हैं.