नयी दिल्ली : राहुल गांधी के एक ट्वीट पर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया है. राज्यसभा के सभापति आज इस पर विचार कर सकते हैं. भूपेन्द्र यादव ने कल विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया था. राहुल गांधी ने ट्वीट करके अरुण जेटली को Jaitlie लिख दिया था. राहुल के इस ट्वीट पर हंगामे के आसार […]
नयी दिल्ली : राहुल गांधी के एक ट्वीट पर विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया है. राज्यसभा के सभापति आज इस पर विचार कर सकते हैं. भूपेन्द्र यादव ने कल विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिया था. राहुल गांधी ने ट्वीट करके अरुण जेटली को Jaitlie लिख दिया था. राहुल के इस ट्वीट पर हंगामे के आसार हैं. जेटली के जिस बयान का जिक्र करके राहुल ने प्रतिक्रिया दी उस पर भूपेंद्र यादव ने कहा, जेटली ने वह बयान सदन के नेता के तौर पर दिया था. किसी सांसद के नाम को खराब करना, बिगाड़ना उसकी मर्यादा का हनन करना माना जाता है. यह पूरी तरह से विशेषाधिकार हनन का मामला है.
इस मामले पर संज्ञान लेते हुए इसे विशेषाधिकार हनन समिति को सौंपा जा सकता है. इस पूरे मामले पर सभापति एम वेंकैया नायडू फैसला करेंगे. संसद में जेटली के बयान पर राहुल गांधी ने तंज करते हुए कहा, Jaitlie आपका धन्यवाद कि आपने याद दिलाया, पीएम मोदी जो कह रहे थे उस बात का मतलब वह नहीं था.
आपको बता दें कि यह पूरा मामला पीएम मोदी के उस बयान पर खड़ा हुआ जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के साथ मनमोहन सिंह और मणिशंकर अय्यर की बैठक का जिक्र करते हुए एक जनसभा में पूछा था कि इस बैठक की जरूरत क्यों पड़ी. मोदी और जेटली के बयान का वीडियो अपलोड करते हुए राहुल ने जेटली के बयान पर सवाल खड़ा किया था. अब राहुल के Jaitlie की टिप्पणी पर विवाद शुरू हो गया है. 1954 में एनसी चटर्जी के मामले में फैसला हुआ था कि अगर मानहानि करने वाला दूसरे सदन का हो तो भी विचार हो सकता है.