‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
सूरत : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज सूरत में कारोबारियों को सभा को संबोधित किया. उन्होंने नोटबंदी के फैसले को गलत ठहराते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कालाधन के खिलाफ लड़ाई को सलाम करता हूं लेकिन नोटबंदी के फैसले से कालेधन को बढ़ावा मिला है. उन्होंने कहा कि मैं कपड़े और डायमंड की सिटी में आकर बहुत खुश हूं. यह वही जगह है जहां मेरी बेटी ने डिग्री ली है.नोटबंदी की वजह से हर साल देश की अर्थव्यवस्था से 1.5 लाख करोड़ का नुकसान हुआ. जीडीपी ग्रोथ पहले क्वार्टर में 5.7 प्रतिशत हो गया है. सरकार को यूपीए शासन के औसत जीडीपी हासिल करने के पांचवे साल में 10.5 प्रतिशत का ग्रोथ हासिल करना होगा.
Even if the growth reaches to 6.7% in 2017-18, it is still less than UPA's 10 year average of 10.6%: Dr. Manmohan Singh#ManmohanSinghInSurat
— Congress Live (@INCIndiaLive) December 2, 2017
मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं जानता हूं आप बुरे दौर से गुजर रहे हैं. यह एक ऐसी समस्या है जो आपके द्वारा पैदा नहीं की गयी थी. मैं कांग्रेस की ओर से आपके सामने आया हूं. मैं जानता हूं कि आप नोटबंदी और जीएसटी के दोहरी मार से झेल रहे हैं. नोटबंदी की वजह से लोगों ने कालेधन को सफेद बना लिया. आप नोटबंदी से उबर ही रहे थे कि जीएसटी की मार झेलनी पड़ी. किसी ने आपका हाल जानने की कोशिश नहीं कि किस तरह से आपका धंधा चला. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं गुजरात से हैं.
नोटबंदी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि आप देख रहे होंगे कि निजी निवेश 25 साल में सबसे कम है. यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक संकेत है. गुड गर्वनेंस के लिए दिल और दिमाग दोनों चाहिए. यह कहने में मुझे संकोच नहीं कि सरकार दिल और दिमाग दोनों तरह से फेल हो रही है. गांधी जी के जंतर का उल्लेख करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि गांधीजी हमेशा कहा करते थे कि जब भी आप कोई फैसला लेते हो तो आपको गरीब का चेहरा याद रखना चाहिए.क्या हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी लगाने से पहले उस गरीब के बारे में सोचा जिनके फैसले से लोगों के जीवन पर असर पड़ा.
क्या वह उन्होंने फैसला लेने से इस बारे में सोचा कि कैश की कमी की वजह से कितने लोगों की जीविका चली जायेगी. पंजाब और अन्य भागों में मैंने विभाजन के समय अत्यंत गरीबी देखी है. कांग्रेस की सरकारों ने देश की बुनियाद रखी. पंडित नेहरू, इंदिरा, राजीव और नरसिंह राव जी ने देश में कई महत्वपूर्ण योगदान दिये. मैं यह गर्व से कह सकता हूं कि मैंने अपने प्रधानमंत्री रहते 140 मिलीयन लोगों को गरीबी से बाहर निकाला.
Even if the growth reaches to 6.7% in 2017-18, it is still less than UPA's 10 year average of 10.6%: Dr. Manmohan Singh#ManmohanSinghInSurat
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राष्ट्र निर्माण में दो गुजरातियों गांधीजी व सरदार पटेल का अहम योगदान रहा है. सरदार पटेल का देश के एकता में अहम योगदान है. 565 रियासतों को मिलाकर भारत बनाया गया. वन नेशन, वन टैक्स लागू करते वक्त प्रधानमंत्री को सरदार पटेल से सीख लेनी चाहिए थी. ड्रामा साहस और वीरता का स्थान नहीं ले सकती है.