वाराणसी : सेना प्रमुख बिपिन रावत ने कहा कि कश्मीर पत्थरबाजी की घटनाओं में कमी आयी है. कश्‍मीर में सेना, बीएसएफ, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस साथ मिलकर आतंक के खिलाफ लड़ रहे हैं. रावत ने ये भी कहा कि सेना के पास किसी भी तरह से हथियारों की कमी नहीं है. हम हथियारों के आधुनिकीकरण पर ध्‍यान दे रहे हैं , साथ ही टेक्नोलॉजी को अपग्रेड किया जा रहा है. हमारा प्रयास है कि सेना के पास जो हथियार हैं, उन्हें बेहतर बनाया जाए.

फील्ड मार्शल केएम करियप्पा को भारत रत्न देने के प्रश्‍न पर रावत ने कहा कि अंतिम फैसला सरकार ही लेगी और जो भी फैसला लिया जाएगा वह स्वीकार होगा. यहां उल्लेख कर दें कि गुरुवार को रावत वाराणसी पहुंचे थे, जहां उन्होंने गंगा आरती में भी हिस्सा लिया. डोकलाम मामले पर पर रावत ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि हालात सामान्य बने रहें. यहां रावत कश्मीर मसले पर भी बोले. रावत ने कहा कि समस्या का हल रातों-रात नहीं निकाला जा सकता है. सरकार, इंटेलिजेंस एजेंसियां, राज्य प्रशासन को इसके लिए मिलकर कोशिश करनी होगी. सबकुछ सही तभी होगा, जब सही दिशा में काम किया जाएगा.

सेना प्रमुख ने कहा कि सेना को जो काम सौंपा जाता है, वो उसे बहुत अच्छी तरह से पूरा करती है. पाकिस्तान के लिए राजनीतिक तरीके से फैसले लेने की आवश्‍यकता है.