राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिये भाजपा ने की राहुल गांधी को घेरने की कोशिश
अमेठी : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी के कारोबार पर उठे विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मुख्यमंत्री योगी ने यहां शाह और स्मृति की मौजूदगी में आयोजित समारोह में किसी का नाम लिए […]
अमेठी : भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे की कंपनी के कारोबार पर उठे विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मुख्यमंत्री योगी ने यहां शाह और स्मृति की मौजूदगी में आयोजित समारोह में किसी का नाम लिए बगैर कहा, सम्राट साइकिल के नाम पर राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जमीन हड़पने की जो साजिश हो रही है, उसे हम कभी कामयाब नहीं होने देंगे. ये पुराने संस्कार हैं, कहीं पर दामाद जमीन हड़पे और कहीं पर पुत्र ही जमीन हड़पने का कार्य करे. यह उत्तर प्रदेश में तो नहीं चल पाएगा. उनका इशारा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और पुत्र राहुल गांधी की तरफ था.
उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन पर या तो उद्योग लगेगा, या फिर वह किसानों को वापस की जाएगी. इसको हम किसी फाउंडेशन या किसी परिवार की बपौती नहीं बनने देंगे. योगी ने सवाल उठाया कांग्रेस आखिर 55-60 वर्षों तक इस देश में क्या करती रही. आखिर यह फाउंडेशन :ट्रस्ट: किस काम में लगा हुआ है. फाउंडेशन पर सरकार सैंकड़ों हजारों करोड़ रुपये खर्च करती रही, यह पैसा जाता कहां था. केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इस मौके पर कहा कि देश के किसानों को राहत देने के भाषण देने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अमेठी में अपनी अगुवाई वाले राजीव गांधी ट्रस्ट द्वारा जब्त की गयी काश्तकारों की जमीन अब तक वापस नहीं की है.
स्मृति ने यहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की शिरकत वाले एक कार्यक्रम में कहा कि अमेठी के किसानों ने फैक्टरी लगवाने केलिए राज्य सरकार को अपनी जमीन दी थी. उन्हें आश्वस्त किया गया था कि इस जमीन पर सिर्फ फैक्टरी चलेगी और अमेठी के लोगों को रोजगार मिलेगा. यहां पर साइकिल की फैक्टरी जब बंद हुई तो राहुल गांधी की अगुवाई वाले राजीव गांधी फाउंडेशन, जिसका काम कोई भी वित्तीय गतिविधि करना नहीं है, उसने इस जमीन को ले लिया.
उन्होंने कहा आर्डर निकला हुआ है कि यह जमीन उत्तर प्रदेश सरकार को वापस की जाए, राहुल जी का कब्जा किसानों की जमीन से हटाया जाए, लेकिन इससे प्रभावित किसान कह रहे हैं कि आज तक किसानों को राहत का भाषण देने वाले राहुल ने खुद किसानों की जब्त की गयी जमीन नहीं लौटायी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने भाजपा के इन आरोपों को गलत करार देते हुए कहा कि सम्राट बाइसिकिल कंपनी के दीवालिया होने के बाद दिल्ली उच्च न्यायालय के आदेश पर हुई नीलामी में कांग्रेस ने 123 एकड़ में से करीब 66 एकड़ जमीन खरीदी थी. कांग्रेस ने कोई जमीन हड़पी नहीं है.
मालूम हो कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कम्पनी के कारोबार में कथितरूप से बेतहाशा बढोत्तरी को लेकर कांग्रेस इन दिनों भाजपा पर हमलावर है.