अमेठी में राहुल के गढ़ को ध्वस्त करने के लिए फिर मैदान में उतरी स्मृति र्इरानी, चुकायेंगी हार का बदला
नयी दिल्ली/अमेठीः भाजपा आैर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कांग्रेस मुक्त भारत अभियान के तहत गांधी-नेहरू परिवार के वर्चस्व को ध्वस्त करने के लिए केंद्रीय कपड़ा एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति र्इरानी ने राहुल गांधी के गढ़ माने जाने वाले संसदीय क्षेत्र अमेठी में एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है. सोमवार से शुरू होने […]
नयी दिल्ली/अमेठीः भाजपा आैर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कांग्रेस मुक्त भारत अभियान के तहत गांधी-नेहरू परिवार के वर्चस्व को ध्वस्त करने के लिए केंद्रीय कपड़ा एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति र्इरानी ने राहुल गांधी के गढ़ माने जाने वाले संसदीय क्षेत्र अमेठी में एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है. सोमवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय दौरे मे वह आज कांग्रेस विरोधी बिगुल फूंकने का काम करेंगी.
माना यह जा रहा है कि वर्ष 2014 में देश में फैली मोदी लहर के बावजूद उन्हें कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हाथों करीब एक लाख से भी अधिक मतों से शिकस्त खानी पड़ी थी. माना जा रहा है कि इस बार 2019 के आम चुनाव में राहुल गांधी से हार का बदला लेने के लिए अभी से ही उन्होंने जमीन तैयार करनी शुरू कर दी है आैर यह उसी का एक हिस्सा माना जा रहा है.
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मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, कांग्रेस मुक्त भारत अभियान के तहत केंद्रीय वस्त्र एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी दो दिवसीय दौरे पर नौ अक्तूबर को यहां पहुंच रही हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 10 अक्टूबर यानी मंगलवार को यहां आने की उम्मीद है.
बताया जाता है कि 10 अक्टूबर को कई योजनाओं और परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होने की संभावना है. इस मौके पर होने वाले कार्यक्रम को शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी संबोधित करेंगी. विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाणपत्र भी वितरित होंगे.
गौरतलब है कि इसके पहले भी केंद्रीय मंत्री स्मृति र्इरानी ने राहुल गांधी का राजनीति किला अथवा उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी में अपनी पैठ बनाने के साथ भाजपा का वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश में माेर्चा खोल चुकी हैं. गाहे-ब-गाहे अन्य केंद्रीय मंत्री यहां अपना कार्यक्रम करते ही रहते हैं. इसके अलावा, स्मृति र्इरानी ने वर्ष 2014 में इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव भी लड़ा था. इस चुनाव में मोदी लहर होने के बावजूद स्मृति र्इरानी को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के हाथों करीब 1,074,903 मतों से शिकस्त मिली थी.
वहीं, 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्वाचन क्षेत्र रायबरेली तथा राहुल के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी के तहत आने वाली 10 विधानसभा सीटों में से छह पर जीत दर्ज की थी. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि अमित शाह और स्मृति ईरानी के दौरे से संदेश जाएगा कि मौजूदा सरकार राज्य के चहुंमुखी विकास में भरोसा करती है और उन सीटों के साथ सौतेला बर्ताव नहीं होगा, जहां भाजपा को विजय नहीं मिली.
राहुल गांधी ने अपने दौरे के समय भाजपा की केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकारों पर आरोप लगाया था कि वे पूर्ववर्ती यूपीए सरकार द्वारा शुरू की गयी परियोजनाओं का दोबारा उद्घाटन कर रही हैं. राहुल की उक्त टिप्पणी इन खबरों के बीच आयी कि शाह केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं के साथ कई परियोजनाओं की आधारशिला रखने अमेठी आयेंगे.