सुब्रमण्यन स्वामी का आज जन्मदिन, राष्ट्रपति ने दी बधाई, पढ़ें उनके जीवन पर तीन विशेष आलेख

नयी दिल्ली : भाजपा के फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यन स्वामी का आज यानी 15 सितंबर को जन्मदिन है. आज वे 78 साल के हो गये. सुब्रमण्यन स्वामी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने का सिलसिला जारी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें फोन कर जन्मदिन की बधाई दी है. इसकी जानकारी खुद स्वामी ने ट्वीट […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2017 2:08 PM
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नयी दिल्ली : भाजपा के फायरब्रांड नेता सुब्रमण्यन स्वामी का आज यानी 15 सितंबर को जन्मदिन है. आज वे 78 साल के हो गये. सुब्रमण्यन स्वामी के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने का सिलसिला जारी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उन्हें फोन कर जन्मदिन की बधाई दी है. इसकी जानकारी खुद स्वामी ने ट्वीट कर दी है. उन्होंने राष्ट्रपति की सादगी की ट्वीट में तारीफ भी की है. वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु व भाजपा सांसद उदित राज सहित कई लोगों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी है. स्वामी ने शुभकामना देने वाले कुछ ट्वीट को रीट्वीट भी किया है. 15 सितंबर 1939 को तमिलनाडु के चेन्नई में जन्मे सुब्रमण्यन स्वामी मूलरूप से एक अर्थशास्त्री हैं. स्वामी ने हॉर्वर्ड से डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की और फिर भारत आकर राजनीति से जुड़े. इमरजेंसी में कांग्रेस विरोधी राजनीति के वे एक अहम सूत्रधार थे. उन्होंने जेपी और कामराज के साथ जेपी और मोरारजी देसाई की भी मीटिंग करायी थी. स्वामी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ काफी मुखर रहते रहे हैं और उन्होंने उन्हें नेशनल हेराल्ड मामले में उन्हें कोर्ट में पेश होने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी.

सुब्रमण्यन स्वामी ने अन्नाद्रमुक की दिवंगत नेता जयललिता पर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों को लेकर लड़ाई लड़ी. स्वामी एयरसेल-मैक्सिस मामले भी सक्रिय हैं. उन्होंने मीडिया में रघुराम राजन के रिजर्व बैंक का गवर्नर रहते उनके खिलाफ काफी कुछ बोला और उनकी आर्थिक नीतियों पर सवाल उठाया. स्वामी वित्तमंत्री अरुण जेटली से भी अपने मतभेदों को सार्वजनिक रूप से प्रकट कर चुके हैं. इतना ही नहीं वे यह भी दावा कर चुके हैं कि वे जेटली से ज्यादा अच्छे वित्तमंत्री साबित हो सकते हैं.

सुब्रमण्यन स्वामी के जीवन, राजनीति को जानने के लिए उन पर प्रभात खबर डॉट काॅम की विशेष सीरीज पढ़न के लिए इन लेखों के लिंक को क्लिक करें :

पहली कड़ी : डॉ सुब्रमण्यन स्वामी की कहानी : हॉर्वर्ड में भी पश्चिमी पहनावे से नहीं था उनका नाता

दूसरी कड़ी : डॉ सुब्रमण्यन स्वामी की कहानी : डॉ सुब्रमण्यन स्वामी की कहानी : जेपी से किया था आग्रह फिर से राजनीति में हों सक्रिय

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