‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
गुड़गांव : रेयान इंटरनेशनल स्कूल का छात्र प्रद्मुन ठाकुर अब इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसकी मां इस सच को स्वीकार ही नहीं कर पा रही कि उसका लाल उसे छोड़कर चला गया है. हालांकि प्रद्मुन की मां ज्योति ने काफी हिम्मत दिखाई है और अपने बच्चे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए न्याय की मांग कर रही हैं. लेकिन उनका बयान दिल दहला देने वाला है.
#Pradyuman death case: SC to hear plea filed victim's father asking for a CBI probe in murder of his 7 year old son
— ANI (@ANI) September 11, 2017
अपने बेटे प्रद्मुन की मौत के दिन का ब्यौरा देते हुए वह कहती हैं कि मेरा बच्चा अच्छे से स्कूल गया था, उसके गये कुछ देर ही हुए थे कि स्कूल से फोन आया कि आपका बच्चा बाथरूम में गिर गया है और वह बेहोश हो गया है, उसे काफी ब्लीडिंग हो रहा है. हम उसे लेकर अस्पताल जा रहे हैं. बच्चे की ऐसी खबर सुनकर हम दोनों भी अस्पताल की ओर भागे. वहां मुझे अंदर जाने नहीं दिया जा रहा था, डॉक्टर ने मेरे पति से कहा आप इन्हें बाहर करो, मेरे पति ने मुझसे कहा तुम बाहर जाओ मैं बात कर रहा हूं.
मैं बाहर आया तो मेरे बेटे के स्कूल की प्रिंसिपल मुझसे बार-बार यही कह रही थी कि आप अपने बच्चे के लिए प्रार्थना करें कि वह ठीक हो जाये. मैं समझ ही नहीं पा रही थी कि मेरे बच्चे को हुआ क्या है. मैं भागकर फिर वहां गयी जहां मेरा बेटा सो रहा था. मैंने देखा वह ऐसा दिख रहा था, मानों अभी सोया हो. लेकिन मैं समझ ही नहीं पा रही थी कि उसके पापा उसका पैर पकड़कर क्यों रो रहे हैं. मेरा बच्चा तो बस सो रहा है. मैं कुछ नहीं जानती उसे क्या हो गया. मेरा बच्चा तो बिलकुल ठीक था. यह कहकर प्रद्मुन की मां रोने लगती हैं.
प्रद्मुन की मौत के बाद से यह मां बौखलाई हुई हैं, बच्चे को खोने का दर्द उनकी आंखों से छलक रहा है. एक दम बदहवास सी हैं. लेकिन अपने बच्चे के लिए वह लगातार न्याय मांग रही हैं, उनका कहना है कि उनके बच्चे को स्कूल ने सुरक्षा मुहैया नहीं कराई और वह उन्हें छोड़कर चला गया. वह अपने बच्चे की हत्या की सीबीआई जांच कराने की मांग शुरू से कर रही हैं. प्रद्मुन के माता-पिता इस केस की सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं और आज सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है.