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नयी दिल्ली : देश की पहली महिला रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज पदभार ग्रहण कर लिया. पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मैं रक्षा मंत्री के तौर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने मुझपर जो विश्वास दिखाया है और मुझे इतना महत्वपूर्ण मंत्रालय सौंपा है मैं उस विश्वास को कायम रखूंगी. सशस्त्र बल मेरी प्राथमिकता है.
#WATCH Immediate playout: Nirmala Sitharaman speaks to media after taking charge as Defence minister of India https://t.co/OLXX98LVWo
— ANI (@ANI) September 7, 2017
इस अवसर पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने उन्हें कुर्सी सौंपी. मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे के बाद जेटली के पास ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार था. आज वे निर्मला सीतारमण के साथ पहुंचें और उनके पदभार के दौरान मौजूद रहे. पदभार ग्रहण करने के अवसर पर निर्मला सीतारमण का मंत्रालय के अधिकारियों ने स्वागत किया. इस मौके पर पूजा अर्चना भी की गयी.
पिछले रविवार यानी तीन सितंबर को प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल में फेरबदल किया और निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्रालय का कार्यभार सौंपा. निर्मला सीतारमण देश की पहली रक्षा मंत्री हैं. 8 अगस्त 1959 में निर्मला सीतारमण का जन्म तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. उनके पिता का नाम नारायण सीतारमण और मां का नाम सावित्री है. निर्मला ने त्रिचुरापल्ली से बीए की डिग्री ली और फिर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में एमए किया.
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इन्होंने इंडो-यूरोपियन टेक्सटाइल ट्रेड विषय पर पीएचडी किया है. उसके बाद इन्होंने एक वरिष्ठ प्रबंधक के रूप में प्राइसवाटर हाउस कूपर और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस के लिए काम किया. सीतारमण हैदराबाद के प्रणव स्कूल के संस्थापकों में से एक हैं. साथ ही इन्होंने वर्ष 2003-05 के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के रूप में भी काम किया, उसी दौरान वह सुषमा स्वराज के संपर्क में आयीं और सुषमा स्वराज उन्हें भाजपा में लेकर आयीं.