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बेटी को दिया जन्म तो ससुराल वालों ने घर से निकाला, रेलवे स्टेशन पर ली शरण

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जयपुर : राजस्थान में बेटी होने के चलते ससुराल पक्ष द्वारा जच्चा-बच्चा को घर में नहीं घुसने देने का मामला सामने आया है. मामले में हस्तक्षेप करते हुए राजस्थान महिला आयोग ने प्रसूता एवं नवजात को सरकारी महिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसके ससुराल वालों को तलब किया है. राजस्थान राज्य महिला आयोग की […]

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जयपुर : राजस्थान में बेटी होने के चलते ससुराल पक्ष द्वारा जच्चा-बच्चा को घर में नहीं घुसने देने का मामला सामने आया है. मामले में हस्तक्षेप करते हुए राजस्थान महिला आयोग ने प्रसूता एवं नवजात को सरकारी महिला अस्पताल में भर्ती कराया और उसके ससुराल वालों को तलब किया है.

राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शर्मा ने आज बताया कि बेटी होने के कारण ससुराल पक्ष द्वारा जयपुर की कानोता निवासी सोनिया बानो (22) को मारपीट कर उसकी पांच दिन की नवजात के साथ भगा देने की मीडिया रिपोर्ट सामने आयी थी. मामले में आज संज्ञान लेते हुए राज्य की महिला आयोग ने प्रसूता और नवजात को जयपुर के महिला अस्पताल में भर्ती करवा दिया है. उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा स्वस्थ है.
सुमन ने कहा कि प्रसूता के ससुराल पक्ष के सदस्यों को समझाने-बुझाने के लिए आयोग बुलाया गया है. इधर, अस्पताल सूत्रों के अनुसार गत 28 अगस्त को सोनिया बानो ने महिला चिकित्सालय जयपुर में स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया था. बेटी के जन्म लेने के बाद से ही ससुराल पक्ष के लोग अस्पताल नहीं आये. अस्पताल प्रशासन ने अपने खर्च पर प्रसूता को 29 अगस्त को उसके घर भेज दिया, लेकिन ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया और मारपीट कर भगा दिया.
उन्होंने बताया कि घटना के बाद प्रसूता ने रेलवे स्टेशन पर शरण लिया था, जहां वह करीब दो दिन रही. एक स्वंयसेवी संगठन की पदाधिकारी ने प्रसूता को रेलवे स्टेशन पर देखकर उसे और उसकी नवजात शिशु को महिला सुरक्षा गृह में भेज दिया.

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