नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच गुरुवार की देर रात केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी और फग्गन सिंह कुलस्ते को कैबिनेट के कामकाज से मुक्त कर दिया गया है. खबर है कि अब वे कैबिनेट के बजाय संगठन के कामकाज को संभालेंगे. सूत्रों का कहना है कि उन्हें कैबिनेट के संगठन का काम सौंपा गया है. इसके साथ ही, कहा यह भी जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री रूडी और फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दिया है.

इस बीच खबर यह भी है कि केंद्रीय कैबिनेट में फेरबदल कर नये चेहरों को शामिल करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बीच बैठक अब भी जारी है. हालांकि, इस बात को लेकर गुरुवार शाम को ही भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पीएम मोदी से मुलाकात करने गये थे.

इस बीच, खबर यह भी आ रही है कि रूडी के बाद केंद्रीय मंत्रियों में कलराज मिश्र, उमा भारती, चौधरी विरेंद्र सिंह, महेंद्र पांडेय, निर्मला सीतारमन, गिरीराज सिंह, संजीव बलियान और फग्गन सिंह कुलस्ते भी अपने-अपने पदों से इस्तीफा दे सकते हैं. बता दें कि इसके पहले गुरुवार की शाम को ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात किये थे. जिसमें अटकलें यह लगायी जा रही थी कि वे पीएम मोदी से कैबिनेट में फेरबदल को लेकर नये चेहरों की सूची लेकर गये थे.

इस खबर को भी पढ़ें: मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल संभावित, नीतीश को तीन सीटों का ऑफर, शिवसेना ने रखी बड़ी मांग

हालांकि, केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें बीते कई दिनों से लगाया जा रहा है. बताया यह भी जा रहा है कि पीएम मोदी शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर नये चेहरों का ऐलान कर सकते हैं. इसके साथ ही, कयास यह भी लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी अगले साल गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंत्रिमंडल में बदलाव करना चाह रहे हैं. इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश के साथ हुए पांच राज्यों के चुनाव के बाद यूपी में योगी आदित्यनाथ और गोवा में मनोहर पर्रीकर को सीएम बनाये जाने के बाद उनकी जगह खाली हो गयी थी.

इन दोनों मंत्रालयों में जगह खाली होने के समय ही यह कहा जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ और मनोहर पर्रीकर राष्ट्रपति चुनाव के बाद तक अपने-अपने पदों पर बने हर सकते हैं. इसके साथ ही उस समय यह भी कहा गया था कि पीएम मोदी सितंबर तक अपने कैबिनेट में बदलाव ला सकते हैं.