नयी दिल्ली : बैंक से धोखाधड़ी करने के मामले में पत्रकार और न्यूज चैनल एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय के दिल्ली और देहरादून स्थित घर समेत चार ठिकानों पर सीबीआइ ने छापामारी की है. एनडीटीवी ने जहां इसे सोची-समझी साजिश के तहत परेशान करने के लिए की गयी कार्रवाई करार दिया है, वहीं सरकार ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. कहा कि कानून अपना काम कर रहा है.

सूत्रों के मुताबिक, सोमवार सुबह 8.00 बजे के करीब केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआइ) की सात सदस्यीय टीम प्रणय रॉय के ग्रेटर कैलाश-1 स्थित घर पहुंची. दोनों पर फंड डायवर्जन तथा बैंक से धोखाधड़ी करने का आरोप है. सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक, प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने आइसीआईसीआइ बैंक को 48 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है.

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सीबीआइ की टीम प्रणय रॉय और उनकी पत्नी राधिका रॉय से बैंक से धोखाधड़ी के मामले में पूछताछ कर रही है. खबर है कि सीबीआइ ने प्रणय और उनकी पत्नी राधिका के खिलाफ बैंक से फ्रॉड करने के मामले में केस दर्ज किया है.

इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने फेमा प्रावधानों का उल्लंघन करने को लेकर एनडीटीवी के खिलाफ 2,030 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था. इडी का यह नोटिस प्रणय रॉय, राधिका रॉय और सीनियर एग्जीक्यूटिव केवीएल नारायण राव के खिलाफ जारी किया गया था.

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उधर, एनडीटीवी ने एक बयान जारी कर कहा है कि चैनल और उनके मालिक पूरी मुस्तैदी के साथ इन एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी. बयान में कहा गया, ‘भारत में लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी को दबाने के किसी भी प्रयास के आगे हम झुकेंगे नहीं.’

एनडीटीवी ने कहा, ‘आज सुबह सीबीआइ ने पुराने अंतहीन बेबुनियाद आरोपों के आधार पर एनडीटीवी और इसके प्रमोटर को परेशान करने की कार्रवाई की. एनडीटीवी और इसके प्रमोटर सरकार की बेवजह लोगों को परेशान करनेवाली विभिन्न एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ लड़ते रहेंगे. भारत के लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की आजादी को मिटाने की कोशिशों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे.’

बयान में आगे कहा गया, ‘भारत की संस्थाअों और इसके साथ खड़े होनेवालों को खत्म करने की कोशिशों में लगे लोगों से हम कहना चाहते हैं कि हम हमारे देश के लिए लड़ते रहेंगे और ऐसी ताकतों पर विजय हासिल करेंगे.’

दूसरी तरफ, एनडीटीवी के रवीश कुमार ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘तो आप डराइये, धमकाइये, आयकर विभाग से लेकर सबको लगा दीजिये. ये लीजिये हम डर से थर-थर कांप रहे हैं. सोशल मीडिया और चंपुओं को लगा कर बदनामी चालू कर दीजिये, लेकिन इसी वक्त में जब सब ‘गोदी मीडिया’ बने हुए हैं, एक ऐसा भी है, जो गोद में नहीं खेल रहा है. आपकी यही कामयाबी होगी कि लोग गीत गाया करेंगे- गोदी में खेलती हैं इंडिया की हजारों मीडिया. एनडीटीवी इतनी आसानी से नहीं बना है, ये वो भी जानते हैं. मिटाने की इतनी ही खुशी है, तो हुजूर किसी दिन कुरसी पर आमने-सामने हो जाइयेगा. हम होंगे, आप होंगे और कैमरा लाइव होगा.’

ज्ञात हो कि राज्यसभा सांसद डाॅ सुब्रमण्यम स्वामी ने पिछले साल प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने एनडीटीवी पर मनी लांडरिंग के मामले में लिप्त होने के आरोप लगाये थे. उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग की थी कि वह सीबीआइ को एनडीटीवी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दें. सीबीआइ की कार्रवाई के बाद स्वामी ने कहा कि धोखाधड़ी के इस मामले में कई और लोगों के नाम सामने आयेंगे.

उधर, सूचना और प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने सोची-समझी साजिश के तहत परेशान करने के एनडीटीवी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. नायडू ने कहा, ‘कानून अपना काम कर रहा है. किसी को परेशान करनेवाली कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार किसी के काम में हस्तक्षेप नहीं करती. सीबीआइ के पास जरूर कोई सूचना होगी, जिसके आधार पर उन्होंने यह कार्रवाई की है.