ताराबाड़ी में बंद रहे प्रतिष्ठान, सुनसान रहीं सड़कें
अररिया. ताराबाड़ी थाना के हाजत के अंदर व बाहर गुरुवार की मध्य रात प्रेमी जीजा-साली की आत्महत्या के बाद तारावाड़ी थाना में हुए उपद्रव ने लोगों को झकझोर कर रख
अररिया. ताराबाड़ी थाना के हाजत के अंदर व बाहर गुरुवार की मध्य रात प्रेमी जीजा-साली की आत्महत्या के बाद तारावाड़ी थाना में हुए उपद्रव ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है. ताराबाड़ी थाना वीरान पड़ा है. शनिवार को काेई दुकान नहीं खुली. सभी एक अनजाने भय से प्रतिष्ठान बंद कर घरों में घुसे रहे. वहीं गिरफ्तार आरोपित भी मन ही मन अपने किये पर पछता रहे थे. जबकि प्रशासनिक महकमा हाजत की सुरक्षा में मौजूद ऑडी अधिकारी, चौकीदार की लापरवाही की निंदा कर रहे थे. वहीं बुद्धिजीवी भी पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे थे. वरीय अधिकारियों की मानें तो जिस प्रकार से हाजत में मौत हुई थी तो ताराबाड़ी थानाध्यक्ष पर कार्रवाई होना तो तय था. बावजूद लोगों का आक्रोशित होना व उस आक्रोश के तले थाना में उपद्रव की घटना को अंजाम देना बेहद शर्मनाक है. इस उपद्रव की घटना को सुलगाने के बाद खुद सुलगाने वाले शख्स भी इसे रोक पाने में नाकाम रहे. हालांकि पुलिस ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए शरणपुर के मुखिया प्रतिनिधि प्रेम कुमार मंडल, जिप सदस्य सह जिला अध्यक्ष भाजयुमो आकाश राज, सहित 19 लोगों को गिरफ्तार कर लिया व न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. लेकिन इसके बाद भी पुलिस उपद्रवियों को चिह्नित करने में लगी हुई है, डीआइजी व एसपी खुद मामले की मॉनेटरिंग कर रहे हैं. एसडीपीओ लगातार कांड का अनुश्रवण कर रहे हैं. लेकिन ताराबाड़ी चौक व वहां के वाशिंदे एक अनजाने भय के साये में जीने को विवश हैं.
चौकीदार भी अगर सजग होते, तो नहीं होती ये घटना
मालूम हो कि प्रेम प्रसंग में मिट्ठू सिंह तरोना भोजपुर वार्ड संख्या 05 निवासी पहली पत्नी की बहन यानी साली को लेकर फरार होने फिर शादी कर लिए जाने की खबर जैसे ही पहली पत्नी मुस्कान देवी को लगी. इससे वह आग बबूला हो गयी. होना भी चाहिए. पहली पत्नी मुस्कान ने ताराबाड़ी थाना में पति के विरुद्ध आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी. प्राप्त आवेदन के विरुद्ध पुलिस की तत्परता के कारण प्रेम प्रसंग में शादी रचाने वाले जीजा व दूसरी पत्नी साली को गिरफ्तार कर थाना लायी. जहां ताराबाड़ी पुलिस गिरफ्तार जीजा को थाना में बने हाजत में तो दूसरी पत्नी (साली) को सिरिस्ता में रखा. जिसकी निगरानी को लेकर एक ओडी बाबू के साथ दो चौकीदार को प्रतिनियुक्त कर दिया गया. लेकिन गिरफ्तार कैदी की निगरानी को लेकर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी व चौकीदार की मानवीय भूल कहें या फिर गैर जिम्मेदारी का फायदा उठाकर साली सिरिस्ता से निकल कर हाजत के बाहर आ गयी, उसने अंदर मौजूद अपने जीजा को गमछा दिया, खुद भी गमछा लिया व गले में डाल कर 01, 02 व 03 बोलकर लटक गयी. हालांकि इस बीच ड्यूटी पर सोये चौकीदार की नींद भी गजब थी.
चोटिल होने के बावजूद पुलिस करती रही आत्मरक्षा
कुर्साकांटा.
शुक्रवार को जब डीएसपी ईंट की चोट से घायल हो गये तो यह देखकर पुलिस के खून में भी उबाल आया, लेकिन सिर्फ आत्मरक्षार्थ गोली चलायी. अगर उनके बंदूक का मुंह भीड़ की तरफ घूम जाता तो कितनों मां की कोख सुनी हो जाती, कहना मुश्किल था. अररिया एएसपी रामपुकार सिंह सर में लगी चोट के बाद भी पुलिस को सब्र रखने के लिये कहते रहें, पुलिस ने सब्र भी रखा. लेकिन उन्हें उस वक्त मजबूरन फायरिंग करनी पड़ी जब भीड़ थाना में बने फूस के अतिथि गृह, वाहन आदि को आग के हवाले कर दिया.प्रेम प्रसंग से हुई थी मृतक की पहली शादी बाद में छोटी बहन को भी प्रेम जाल में फंसाया
कुर्साकांटा.
दिलफेंक आशिक तो बहुत होंगे लेकिन दीवाना मिट्ठू सिंह जैसा कम हीं मिलेगा. प्रभात खबर की टीम जब इस मामले में मिट्ठू के घर पहुंची तो ग्रामीणों ने जो बताया वह सनसनी फैलाने जैसा था, मिट्ठू ने जिस मुश्कान से डेढ़ वर्ष पूर्व शादी रचायी थी, वह भी प्रेम जाल में हीं फास कर हीं रचायी थी. लेकिन उसके दिल का क्या, बाद में दिल नाबालिग साली चांदनी पर भी आ गया. मिट्ठू के इस दिवानगी ने दो परिवारों के साथ पूरे ताराबाड़ी को अशांत कर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है