12 चिकित्सकों के भरोसे है कर्रा के सवा लाख लोगों का स्वास्थ्य
सागीर अहमद, कर्रा : कर्रा प्रखंड के सवा लाख लोगों का स्वास्थ्य महज 12 चिकित्सक के भरोसे चल रहा है. इसमें कर्रा में एक भी विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद नहीं है.
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सागीर अहमद, कर्रा : कर्रा प्रखंड के सवा लाख लोगों का स्वास्थ्य महज 12 चिकित्सक के भरोसे चल रहा है. इसमें कर्रा में एक भी विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद नहीं है. गंभीर हालत के मरीजों को सदर अस्पताल रेफर करना पड़ता है. वहीं मरीजों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के लिए कर्रा में एक सीएचसी, एक पीएचसी और 22 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं. सीएचसी कर्रा में कुल 12 चिकित्सकों में आरबीएसके के तीन चिकित्सक, आयुष के एक चिकित्सक, डेंटल के दो चिकित्सक, बीपीएचयू के दो और एमबीबीएस के चार चिकित्सक कार्यरत हैं. कर्रा सीएचसी में एक फार्मासिस्ट, एक आरबीएसके फार्मासिस्ट, एक एक्स-रे तकनिशियन, तीन लैब टेक्निशियन, एक नेत्र सहायक, एक डेंटल सहायक और टीबी एसटीएस कर्मी मौजूद हैं. ये ही पूरे प्रखंड के लोगों की जांच और इलाज करते हैं. सीएचसी कर्रा में एक शिशु रोग विशेषज्ञ थे. लेकिन उनकी प्रतिनियुक्ति खूंटी कर दी गयी है. गोविंदपुर पीएचसी के एक चिकित्सक को प्रतिनियुक्ति पर सीएचसी रनिया का प्रभारी बनाकर भेजा गया है. मरीजों के लिए सीएचसी कर्रा में एमटीसी का 10 बेड, संस्थागत प्रसव का 10 बेड, जनरल वार्ड का 10 बेड, इमरजेंसी में चार बेड की सुविधा है.
तकनीशियन के अभाव में अल्ट्रासाउंड मशीन का नहीं हो रहा उपयोग :
कर्रा सीएचसी में अल्ट्रासाउंड मशीन का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. लंबे समय से अल्ट्रासाउंड मशीन अस्पताल में बेकार पड़ा हुआ है. अल्ट्रासाउंड मशीन चलाने के लिए तकनीशियन उपलब्ध नहीं होने के कारण उपयोग नहीं किया जा रहा है. जिसके कारण कर्रा के लोगों को अल्ट्रासाउंड के लिए खूंटी जाना पड़ता है. हालांकि एक्स-रे की सुविधा लोगों को मिल रही है.भवन की स्थिति जर्जर :
कर्रा सीएचसी भवन जर्जर है. जिसे मरम्मत कर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही है. सीएचसी में 10 शौचालय हैं. जिसमें से चार शौचालय की स्थिति खराब है. पेयजल की सुविधा पर्याप्त है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शकील अहमद ने बताया कि सीएचसी कर्रा में प्रत्येक दिन ओपीडी में करीब 280 मरीजों का इलाज किया जाता है और दवा वितरण होता है. हमारे यहां वर्तमान में वायरल फीवर के मरीज ज्यादा हैं. दुर्घटना में घायल होनेवाले मरीजों की संख्या अधिक है. उन्होंने बताया कि कर्रा सीएचसी में स्टाफ के लिए क्वार्टर का भी अभाव है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है