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रंग-बिरंगे कुशन से सजाएं आशियाना

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आजकल कुशन का उपयोग केवल घरों में ही नहीं, बल्कि ऑफिस में भी किया जाने लगा है. ऐसे में उनके लेटेस्ट फैब्रिक और ट्रेंड के बारे में जानने की जरूरत है, ताकि आपकी च्वॉइस और क्रिएटिविटी हमेशा अप-टू-डेट बनी रहे. आमतौर से राउंड या स्क्वॉयर डिजाइनवाले कुशन देखने को मिलते हैं, लेकिन इन दिनों मार्केट […]

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आजकल कुशन का उपयोग केवल घरों में ही नहीं, बल्कि ऑफिस में भी किया जाने लगा है. ऐसे में उनके लेटेस्ट फैब्रिक और ट्रेंड के बारे में जानने की जरूरत है, ताकि आपकी च्वॉइस और क्रिएटिविटी हमेशा अप-टू-डेट बनी रहे. आमतौर से राउंड या स्क्वॉयर डिजाइनवाले कुशन देखने को मिलते हैं, लेकिन इन दिनों मार्केट में कुशन के नये-नये मैटेरियल और डिजाइन की इतनी अधिक वेरायटी मौजूद हैं कि कई बार यह डिसाइड करना मुश्किल हो जाता है कि खरीदे क्या और छोड़े क्या़ आप अपनी सुविधा व बजट के हिसाब से बेहतर कुशन का च्वॉइस कर सकें, इसके लिए हम बता रहे हैं कुशन के कुछ लेटेस्ट डिजाइन के बारे में.

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लेदर/रबड़ कुशन : लेदर से बने कुशन देखने में बेहद रॉयल लुक देते हैं. ऑफिस या फॉर्मल इंवेट के लिए लेदर कुशन को सेलेक्ट करना सही रहता हैं, वहीं रबड़ कुशन को ज्यादार हॉस्पिटल में यूज किया जाता है. इन दोनों की तरह के कुशन के मेंटेनेंस में ज्यादा परेशानी नहीं होती है और इनकी सफाई करना भी आसान होता है. अगर इन पर धूल गंदगी पड़ जाये, तो साफ सूती कपड़े से इन्हें झाड़ कर साफ किया जा सकता है. सप्ताह में एक बार तारपीन के तेल में सूती कपड़े को हल्का-सा भिगो कर इन्हें पोंछ दें, मगर ध्यान रखें धूप में सुखाने के बजाय इन्हें प्राकृतिक रूप से हवा में सूखने दें. इस तरह से इनका मेंटेनेस किया जाये, तो ये लंबे समय तक खराब नहीं होते.

फेल्ट कुशन : कंफर्टेबिलिटी के लिहाज से फेल्ट कुशन बेस्ट होते हैं. अकसर लोग इन्हें ड्राइंग रूम या बेड रूम में लगाते हैं, जहां वे आराम से बैठ कर टीवी देख सकें या टांग पसार कर सो सकें. ऐसे में फेल्ट कुशन के मुलायम फर बेहद आरामदायक होते हैं. इन्हें ऊलेन कपड़े धोनेवाले डिटर्जेंट के घोल में डाल कर धोएं. फिर धूप में रख कर सूखने दें. आमतौर पर इनमें एनिमल शेप और फ्लॉवर शेप पसंद किये जाते हैं. वैसे इन दिनों सनसाइन और फ्रूट डिजाइन भी खूब देखने को मिल रहे हैं. इस वजह से बच्चे ऐसे कुशन को अधिक पसंद कर रहे हैं.

जूट/जींस कुशन : लिविंग रूम या स्टडी रूम के लिए जूट या जींस से बने कुशन सही होते हैं, क्योंकि इन्हें रफ एंड टफ तरीके से यूज किया जा सकता है. जूट के कुशन ट्रेडिशनल के साथ-साथ एलिगेंट लुक भी देते हैं. गंदा होने पर आप इन्हें डिटर्जेंट व पानी में डाल कर धो सकती हैं. जूट/जींस के फैब्रिक में ज्योमैट्रिकल शेप के कुशन अधिक देखने को मिलते हैं.

कॉटन या सिल्क कुशन : ड्राइंग रूम, बेड रूम या फिर बच्चों के कमरे में रखने के लिए कॉटन या सिल्क के कुशन बेस्ट हैं. एक तो इन्हें साफ करना आसान होता है और दूसरे मुलायम होने के कारण ये आरामदायक भी होते हैं. आजकल इनमें डिजिटल और एथनिक प्रिंट्स का जलवा दिख रहा है. कॉटन फैब्रिक में पैचवर्क डिजाइन डिमांड में है, वहीं सिल्क फैब्रिक में लोग बॉर्डर डिजाइन (सिंपल या फ्रिल) पसंद कर रहे हैं. इन दिनों बोलस्टर डिजाइन के कुशन को सोफे या बेड के दोनों ओर रखने का चलन भी बढ़ रहा है, जो रॉयल लुक देता है.

स्टोन या मेटल वर्क : इस तरह के कुशन अकसर कॉटन, सिल्क, वेलवेट या फेल्ट फैब्रिक के होते हें. ये देखने में तो अट्रैक्टिव लगते हैं, लेकिन कंफर्टेबिलिटी के लिहाज से थोड़े कमजोर होते हैं. आप ऐसे पुराने कुशन को आकर्षक गोल्डन या सिल्वर लेस लगा कर रिच और ट्रेंडी बना सकती हैं.

कुशन के चयन में सावधानियां :

– कुशन की नियमित झाड़-पोंछ और सफाई करना जरूरी है, ताकि कीटाणुओं का खतरा न रहें.

– सप्ताह में कम-से-कम एक दिन कुशन को धूप दिखाना (लेदर कुशन को छोड़ कर) जरूरी है, ताकि इनमें कीटाणु न पनपने पायें.

– कुशन का उपयोग कुशन की तरह ही करें, तकिये के तौर पर नहीं, अन्यथा इनके जल्दी खराब होने का डर रहता है.

– वर्ष में एक बार पुराने कुशन को चेंज करके उसकी जगह नया कुशन यूज करें.

– फेल्ट कुशन में धूल-गंदगी के जमने की संभावना अधिक होती है, इसलिए उन्हें बच्चों के कमरे में ऐसे कुशन को रखते समय विशेष सावधानी बरतें.

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