Kachnar Benefits: सेहत के लिए वरदान, जानिए इसके अद्भुत फायदे
आपके मुहं के बैक्टीरिया न सिर्फ आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि यह कैंसर का कारण भी बन सकते हैं. जी हाँ, यह बैक्टीरिया मसूड़े के रोग के लिए जिम्मेदार एक खास तरह के प्रजाति इसोफैगल यानी घेंघा, कैंसर का भी कारण हो सकते हैं.
हालिया हुए एक नए शोध के अनुसार, इसोफैगल (घेंघा) एक पेशी ट्यूब है जो मुंह से पेट तक भोजन की आवाजाही के लिए महत्वपूर्ण है. इसमें होने वाला कैंसर इसोफैगल कैंसर कहलाता है.
इस शोध के निष्कर्षों से पता चला है कि पोरफाइरोमोनास जिंजीवल बेक्टीरिया इसोफैगल स्क्वामस सेल कार्सीनोमा (ईएससीसी) रोग से पीड़ित 61 प्रतिशत लोगों में मौजूद होता है.
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ लुइसविले स्कूल ऑफ डेंटिस्ट्री से हुजी वैंग के अनुसार, "इन निष्कर्षों ने पहला डायरेक्ट सबूत दिया है, जो यह बताता है कि पी. जिंजीवल संक्रमण ईएससीसी के लिए एक नया रिस्क कारक हो सकता है. साथ ही यह इस प्रकार के कैंसर के लिए एक डाइअग्नास्टिक बायोमार्कर के रूप में भी काम कर सकता है."
वैंग का कहना है, "इस तरह के रोग से बचने के लिए मुंह की स्वच्छता में सुधार जरूरी है, जिससे ईएससीसी के खतरे को कम किया जा सकता है."
यह शोध ‘इंफेक्शियस एंजेट्स एंड कैंसर‘ जर्नल में प्रकाशित हुआ है.