21.1 C
Ranchi
Monday, February 10, 2025 | 09:01 pm
21.1 C
Ranchi
Homeलाइफस्टाइलअब खून हो सकेगा फिल्टर

अब खून हो सकेगा फिल्टर

- Advertisment -

मानव रक्त को साफ करना एक बड़ी चुनौती है, खास कर तब जब रक्त में संक्रमण फैल चुका हो. अभी तक इसे साफ करने के सभी प्रयास असफल रहे हैं. हार्वर्ड इंस्टीट्यूट में एक डिवाइस बनाया गया है, जिससे खून साफ करने में सफलता मिली है.

यह संक्रमण से लड़ता है, साथ ही इसका जेनेटिक इंजीनियरिंग से तैयार किया गया प्रोटीन सभी प्रकार के वायरस, फंगल और बैक्टीरिया को समाप्त करने में सक्षम है. इसके अलावा यह उनके छोड़े गये टॉक्सीन्स को भी खत्म करता है. प्रोटीन का नाम एफसी एमबीएल है. सबसे पहले प्रोटीन को एक प्रकार के मैग्नेटिक बीड के साथ मिला कर एक यौगिक तैयार किया जाता है.

उसके बाद इसे रक्त में डाल दिया जाता है. रक्त को एक मशीन से होकर गुजारा जाता है. इसमें मैग्‍नेट लगे होते हैं, जो बीड और इस प्रोटीन को अलग कर देते हैं. उसके साथ ही सभी प्रकार के टॉक्सीन्स भी अलग हो जाते हैं. अभी रिसर्चरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस बीड के बारे में यह पता करना है कि इससे शरीर को कोई नुकसान तो नहीं है, तभी इसका एप्रूवल मिल सकेगा.

इसका प्रयोग अभी छोटे जानवरों पर किया गया है. इस प्रयोग में इस टेक्नोलॉजी से रक्त से 99 } इ कोलाई और एस औरस बैक्टीरिया का सफाया हो गया. मानव पर प्रयोग से पहले इसका प्रयोग बड़े जानवरों पर किया जायेगा.

मानव रक्त को साफ करना एक बड़ी चुनौती है, खास कर तब जब रक्त में संक्रमण फैल चुका हो. अभी तक इसे साफ करने के सभी प्रयास असफल रहे हैं. हार्वर्ड इंस्टीट्यूट में एक डिवाइस बनाया गया है, जिससे खून साफ करने में सफलता मिली है.

यह संक्रमण से लड़ता है, साथ ही इसका जेनेटिक इंजीनियरिंग से तैयार किया गया प्रोटीन सभी प्रकार के वायरस, फंगल और बैक्टीरिया को समाप्त करने में सक्षम है. इसके अलावा यह उनके छोड़े गये टॉक्सीन्स को भी खत्म करता है. प्रोटीन का नाम एफसी एमबीएल है. सबसे पहले प्रोटीन को एक प्रकार के मैग्नेटिक बीड के साथ मिला कर एक यौगिक तैयार किया जाता है.

उसके बाद इसे रक्त में डाल दिया जाता है. रक्त को एक मशीन से होकर गुजारा जाता है. इसमें मैग्‍नेट लगे होते हैं, जो बीड और इस प्रोटीन को अलग कर देते हैं. उसके साथ ही सभी प्रकार के टॉक्सीन्स भी अलग हो जाते हैं. अभी रिसर्चरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस बीड के बारे में यह पता करना है कि इससे शरीर को कोई नुकसान तो नहीं है, तभी इसका एप्रूवल मिल सकेगा.

इसका प्रयोग अभी छोटे जानवरों पर किया गया है. इस प्रयोग में इस टेक्नोलॉजी से रक्त से 99 } इ कोलाई और एस औरस बैक्टीरिया का सफाया हो गया. मानव पर प्रयोग से पहले इसका प्रयोग बड़े जानवरों पर किया जायेगा.

You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, टेक & ऑटो, क्रिकेट राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां.

- Advertisment -

अन्य खबरें

- Advertisment -
ऐप पर पढें