जन्मजात विकृति से जूझ रही 14 वर्षीय लड़की का कृत्रिम यौनांग बनाया गया

इंदौर : डॉक्टरों ने यहां एक सरकारी अस्पताल में जटिल सर्जरी के जरिये 14 वर्षीय लड़की का कृत्रिम यौनांग तैयार किया है. दुर्लभ जन्मजात विकृति के कारण लड़की के शरीर में यह अंग नहीं था. शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय (एमवायएच) के शिशु शल्य चिकित्सा विभाग के सहायक प्रोफेसर अशोक लड्ढा ने शनिवार को बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 1, 2019 8:09 PM

इंदौर : डॉक्टरों ने यहां एक सरकारी अस्पताल में जटिल सर्जरी के जरिये 14 वर्षीय लड़की का कृत्रिम यौनांग तैयार किया है. दुर्लभ जन्मजात विकृति के कारण लड़की के शरीर में यह अंग नहीं था.

शासकीय महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय (एमवायएच) के शिशु शल्य चिकित्सा विभाग के सहायक प्रोफेसर अशोक लड्ढा ने शनिवार को बताया कि करीब 10 डॉक्टरों की टीम ने सात दिन पहले विशेष सर्जरी के जरिये किशोरी का कृत्रिम यौनांग तैयार किया.

इस सर्जरी में लगभग पांच घंटे लगे. मेडिकल शब्दावली में इस सर्जरी को ‘वजाइनोप्लास्टी’ कहा जाता है. लड्ढा ने बताया, सर्जरी के दौरान सबसे पहले लड़की के पेट से आंत का एक हिस्सा काटा गया. इसकी मदद से उसका कृत्रिम यौनांग तैयार किया गया.

उन्होंने बताया कि सर्जरी के बाद किशोरी की हालत पर लगातार सात दिन तक निगाह रखी गयी. इसके बाद उसे एमवायएच से शनिवार को छुट्टी दी गयी. लड्ढा ने बताया कि शरीर में यौनांग नहीं होने से किशोरी भारी मानसिक दबाव से गुजर रही थी.

उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में जन्मी लड़की के शरीर में उसकी पैदाइश से यौनांग के अलावा मलद्वार भी नहीं था. उसकी एक साल की उम्र तक एमवायएच में तीन सिलसिलेवार सर्जरी की गयी, जिनके जरिये उसका कृत्रिम मलद्वार बनाया गया था.

Next Article

Exit mobile version