National Red Rose Day: आज राष्ट्रीय लाल गुलाब दिवस है. राष्ट्रीय लाल गुलाब दिवस 12 जून को मनाया जाता है. आज का दिन लाल गुलाब की सुंदरता और प्रतीकात्मक महत्व को समर्पित एक विशेष दिन है. लाल गुलाब प्रेम के प्रतीक है. सभी गुलाबों में लाल गुलाब की अहमियत कुछ और होती है. वैसे तो अब हर रंग में गुलाब पाये जाने लगे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा डिमांड लाल गुलाब की होती है. क्योंकि युवा वर्ग हो या कोई भी आयोजन लोगों का लाल गुलाब के प्रति रुझान ज्यादा है.अपनों को लाल गुलाब ही देना पसंद करते हैं. क्योंकि लाल गुलाब प्यार का प्रतिक है. वहीं अपने रांची की बात करें तो रांची में भी सबसे ज्यादा लाल गुलाब की ही बिक्री होती है.यहां के बाजार में लाल छोटे गुलाब और डट रोज ज्यादा पाये जाते हैं. वहीं गुलाब प्रमियों की बात करें तो रांची में 50 से ज्यादा वेराइटी के गुलाब लोग अपने गार्डेन, गमले और छत पर लगा रखा है. जिसमें लाल गुलाब की संख्या ज्यादा है.कुल मिलाकर लोगों की उत्सुकता लाल गुलाब को लेकर ज्यादा होती है. इसलिए इस दिन का खास महत्व है.

National Red Rose Day: साहित्य में लाल गुलाब

साहित्य में भी लाल गुलाब को प्रमुखता दी गयी है. साहित्य हो , कवितायें हो गजल या कोई लेख आपको लाल गुलाब का जिक्र अवश्य देखने को मिल जायेगा. गुलाब की खूबसूरती ऐसी है कि इससे हर वर्ग प्रभावित रहा है. वहीं फिल्मों की बात करें तो फिल्मों भी गुलाब हमेशा से प्रशंसनीय रहा है. फिल्म अमर अकबर एन्थोनी के गीत पर्दा है पर्दा है में ऋषि कपूर के गुलाब फेंकने का अंदाज आज भी युवा दिन को छू जाता है. इसलिए कवि कहता है- यूं तो पुष्प सदा ही सौन्दर्य के प्रतिमान रहे हैं लेकिन गुलाब और उसपर भी लाल गुलाब तो रसानुभूति और सौंदर्य की उत्कृष्टता का अनुपम उपमान रहा है. गुलाब एक ऐसा शब्द है जिसके साथ सौंदर्य, प्रेम, प्रसन्नता और सुख की अनुभूतियां स्वतः ही चली आती है. दुनिया के सभी हिस्सों में लाल गुलाब प्रेम का शाश्वत प्रतीक रहा है. सभी भाषाओं के साहित्य में विशेषकर कविताओं में गुलाब अपनी सुरभि बहुत ही नाजुकी से बिखेरता है.

National Red Rose Day: रोज शो में ज्यादातर लाल गुलाब ही जीतते हैं राजा रानी के खिताब

शहर में रोज सोसायटी रांची की ओर से 1972 से रोज शो का आयोजन हो रहा है. हर वर्ष रोज शो और रोज प्रदर्शनी लगायी जाती है. जिसके तहत शहर के सैकंडों लोग इस शो में हिस्सा लेते हैं. अपने द्वारा उगाये हुये गुलाबों को लेकर यहां आते हैँ. जिसमें हर वर्ष ज्यादा तर लाल गुलाब ही राजा रानी के खिताब जीतते हैं. शो इस बात का संकेत हैं कि रांची के लोग भी रोज के प्रेमी है. रोज सोसायटी के सचिव हैसल डेविस बताती हैं कि 1992 से रोज सोसाइटी से जुड़ी . सासू मां के समय से ही हम रोज लगा रहे हैं. लाल गुलाब प्यार का प्रतिक है.हर साल लाल गुलाब ही ज्यादा पसंद किये जाते हैं. सबसे ज्यादा लाल गुलाब ही पापुलर है. हमारे यहां कांके स्थित डेवीज हॉस्पिटल में दो से तीन हजार गुलाब के पेड़ हैं. लगभग 30 प्रकार के गुलाब हैं. जहां ज्यादा तर लाल गुलाब देखे जा सकते हैं. रोज सोसायटी का उद्ेशय है कि गुलाब को बढ़ावा मिले. लोग अपने छत ,बालकोनी , गमले , घर आंगन में गुलाब उगायें. रांची में लाल मिट्टी गुलाब के लिए उत्तम यहां का बड़े से बड़े साइज में गुलाब उगाये जा सकतें हैं.

National Red Rose Day: रांची में लाल गुलाब की खासा है डिमांड

शहर में यूं तो अब हर रंग के गुलाब देखे जा सकते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा डिमांड लाल गुलाब की होती है. दुर्गा मंदिर रिम्स के फूल विक्रेता लोकनाथ डे बताते हैं कि लाल गुुलाब ही ज्यादा चलते हैं. बाताते हैं कि गरमी के कारण छोटे गुलाब की बिक्री नही हो रही है. उसकी जगह लाल डट ही ज्यादा चल रहे हैं. गरमी के वजह से लाल गुलाब की कीमतों में भी कमी आयी है. छोटे गुलाब दस रु पीस तो बड़े डच 25 रु पीस बिक रहें हैं. बताते हैं कि रांची के बाजार में जहां छोटे गुलाब कोलकाता से आते हैं वहीं डच गुलाब बेंगलुरु और दिल्ली से मंगवाये जा रहे हैं. कई जगहों पर अब रांची के नजदीक ईलाकों में भी लाल गुलाब की खेती हो रही है.

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National Red Rose Day: रांची में हो रही है इन लाल गुलाबों की प्रजातियों की पैदावार

  • काजल
  • सेंटा क्लॉज
  • रॉयल वीलियम
  • कजून स्पाइस
  • अमेरिकन क्लासिक
  • कॉलुम्बाइन
  • रेड पायरेट
  • बिरसा मुंडा
  • पियानो
  • ब्रिथलेस
  • क्रिश्चियन डायर
  • सुवेंस टॉय
  • हियूगो

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