High Fiber Breakfast: कोलन कैंसर से बचने में ये फूड आइटम्स कर सकते हैं मदद, आज ही डायट में करें शामिल
High Fiber Breakfast: अपने डाइट में जब हम हाई-फाइबर फूड को शामिल करते हैं तो वह हमारे गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है इसकी वजह से हम कोलन कैंसर के होने की संभावना को कम कर सकते हैं.
High Fiber Breakfast: युवाओं में कोलन कैंसर के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि इसके पीछे सबसे बड़ा कारण डायट में गड़बड़ी हो सकती है. रिम्स के डॉक्टर विद्यापति का कहना है कि खाने – पीने की गड़बड़ी से कोलन में जलन होने के कारण और पाचन समस्याएं जैसे कॉन्स्टिपेशन लंबे समय तक होने की वजह से कोलन कैंसर जैसी बीमारी बढ़ती है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि हम अपने डायट में फाइबर वाले फूड को शामिल करें और चिकनाई वाली चीजों से परहेज करें. अगर हम अपनी डायट में कुछ बदलाव लाए तो हम इस बीमारी से दूर रह सकते हैं. अपने डाइट में जब हम हाई फाइबर फूड को शामिल करते हैं तो वह हमारे गट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाने में मदद करता है इसकी वजह से हम कोलन कैंसर के होने की संभावना को कम कर सकते हैं. यहाँ दिए गए कुछ ऐसे खाने की चीजें जिनमे बड़ी मात्रा में फाइबर पाया जाता है.
योगर्ट
योगर्ट यानी दही में प्रोबायोटिक्स और कैल्शियम पाया जाता है जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते है और आपके पाचन में सुधार लाने में मदद करता है. बस इसका ध्यान रखे की योगर्ट लो फैट वाला या बिना चीनी वाला हो.
होल ग्रेन
होल ग्रेन फूड फाइबर से भरे होते है जो आप अपने ब्रेकफास्ट में शामिल कर सकते हैं. ये भी आपके गट के लिए लाभदायक होते हैं और कई तरह के कैंसर को होने से रोकते है. आप ओट्स, क्विनोआ, ब्राउन राइस और बार्ली जैसे होल ग्रेन फूड को अपने ब्रेकफास्ट में हैं.
हरी सब्जियां
हरी सब्जियों में विटामिन, मिनरल और फाइबर होते है जो आपके सम्पूर्ण सेहत के लिए लाभदायक होते हैं इसलिए पालक, खीरा, ब्रोक्कोली , गाजर जैसी सब्जियों को हर दिन अपने डायट में शामिल करें.
फल
फल बहुत सारे एंटीऑक्सिडेंट और फाइबर से भरे होते है जो आपको कई सारे पेट की समस्यायों से लड़ने में मदद करता है. सेव, केला, संतरा, नाशपाती, ब्लूबेरी जैसे फलों को अपने नाश्ते में जरूर शामिल करे.
नट्स
नट्स जैसे बादाम, काजू, हेज़लनट्स, पिस्ता में फाइबर, फैटी एसिड्स और फ्लेवोनोइड्स पाए जाते है जो आपको ब्लड शुगर और इन्सुलिन लेवल को कम रखने में सहायता करते है और कोलन कैंसर जैसी बीमारी को भी दूर रखता है. इनपुट: अनु कंडुलना