Hair Care Tips: आपका ब्लड दिला सकता है गंजेपन से छुटकारा, एक्सपर्ट ने इस थेरेपी को लेकर दी बड़ी जानकारी
आयुर्वेद के मुताबिक ठंड में तिल का सेवन सबको करना चाहिए. यह कई औषधीय गुणों से युक्त होता है. तिल में सेसमिन नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कैंसर में कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है. यह विभिन्न तरह के कैंसर की संभावना को भी कम करता है, इसलिए अक्सर देखा जाता है कि तिल को विभिन्न व्यंजनों के रूप में बनाकर ठंड में लोग इसका सेवन करते हैं. यहां हम इसके औषधीय गुणों की चर्चा करेंगे और देखेंगे कि यह हमारे स्वास्थ्य और खासकर महिलाओं के लिए कैसे बेहतरीन है.
तिल एक अच्छा इम्यूनिटी बूस्टर होता है. इसमें कॉपर, जिंक, आयरन, विटामिन बी सिक्स, विटामिन ई और सेलेनियम जैसे न्यूट्रिएंट्स मिलते हैं जो ह्यूमन बॉडी की इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं. साथ ही यह विभिन्न तरह की संक्रामक बीमारियों से लड़ने में भी हमारी मदद करता है.
गर्म होती है इसकी तासीरइसकी तासीर गर्म होती है इसलिए ठंड में इसका सेवन करने से शरीर अंदर से गर्म रहता है. और यह विंटर सीजन में ठंड से लड़ने की अंदरूनी ताकत प्रदान करता है. तिल का गुड़ के साथ लड्डू बनाकर खाया जाता है. इसे तिलकुट के रूप में भी खाते हैं. गुड़ की तासीर भी गर्म होती है जिसकी वजह से यह ठंड के लिए अच्छा होता है.
फाइबर का सोर्सतिल फाइबर का एक अच्छा सोर्स होता है. इसकी वजह से इसको खाने से कब्ज की समस्या नहीं होती. कब्ज की समस्या से पीड़ित लोगों को प्रतिदिन तिल के लड्डू का सेवन जरूर करना चाहिए. ठंड में इसके सेवन से पेट की बीमारियां भी खत्म होती हैं.
कैल्शियम का है सोर्सतिल में कैल्शियम भी पर्याप्त मात्रा में होता है. कैल्शियम का सेवन करने से हड्डियां मजबूत बनी रहती हैं. खासतौर पर विंटर सीजन में जोड़ों के दर्द और गठिया जैसे रोगों में तिल का सेवन करने से फायदा होता है. साथ ही ऑस्टियोपोरोसिस जैसी नौबत यह नहीं आने देता.
ब्लड प्रेशर करता है कंट्रोलतिल हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी काफी अच्छी भूमिका निभाता है. आयुर्वेद के अनुसार तिल का नियमित सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में किया जा सकता है. इसमें पाए जाने वाले तत्व रक्त परिसंचरण तंत्र के लिए बेहतर होते हैं.
Also Read: सावधान सर्दियों में बढ़ सकता है दिल का दौरा और आई प्रॉब्लम्स, हेल्थ एक्सपर्ट्स ने किया आगाह ब्रेस्टफीडिंग मदर के लिए अच्छाब्रेस्टफीडिंग मदर को अपने डाइट चार्ट में काले तिल को जरूर शामिल करना चाहिए. यह दूध बढ़ाता है. इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, कॉपर, विटामिन बी, प्रोटीन और अनसैचुरेटेड फैट सबके लिए न्यूट्रिएंट्स प्रदान करता है.
Also Read: कहीं आप के भी फेफड़े में तो नहीं हो रहा संक्रमण, आज ही ऐसे लगाएं पताDisclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.