जहां गर्मियों में धूप हम सब को बेहद परेशान करती है. वहीं सर्दियों में धूप काफी राहत भरी होती है. सर्दियों में धूप सेकने का मजा ही होता है. इस मौसम में न केवल धूप से शरीर को गर्मी मिलती है बल्कि इससे शरीर में विटामिन-डी की कमी भी पूरी होती है. सनलाइट विटामिन डी का नेचुरल और सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है.

बता दें कि कोरोना (Corona) से लड़ने के लिए शरीर में विटामिन-डी सही मात्रा में होना जरूरी है. धूप विटामिन डी का नेचुरल और सबसे अच्छा सोर्स माना जाता है, इसके साथा ही ये कोरोना (Corona virus) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron variant) से बचाने में भी कारगर साबित हो सकती है.

सर्दियों में धूप लेने के फायदे

सेहत के लिए सर्दियों में जितना बेहतर खानपान जरूरी है उतना ही धूप भी आवश्यक है साथ ही शीतलहर और ठंड से बचने के लिए लोग ज्यादा गर्म कपड़े पहनते हैं. सर्दियों में सनलाइट बाहरी त्वचा के साथ इंटरनल पार्ट्स पर भी असर करता है. ऐसे में शरीर को धूप कम मिलती है इससे हमारी इम्यूनिटी भी कमजोर होती है. जिस वजह से ठंड और कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है.

  • सिर से लेकर पैर तक धूप सेंकने से दिमाग की कोशिकाएं सक्रिय रहती हैं, जिससे दिमाग संतुलित तरीके से काम करता है,और दिमाग स्वस्थ रहता है.

  • धूप विटामिन डी की अच्छा सोर्स है, जो हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाने का काम करता है.

  • धूप सेंकने से हमारे शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन पैदा होता है. इस हार्मोन के होने से अच्छी और सुकून की नींद आती है. साथ ही इससे मानसिक तनाव भी कम होता है.

  • सनलाइट विटामिन डी का नेचुरल सोर्स है, जिससे शरीर को कैल्शियम मिलता है.

  • धूप हड्डियों के विकास के लिए भी बेहद जरूरी है.

  • धूप सेंकने से शरीर को करीब 91 प्रतिशत तक विटामिन डी मिलता है.

  • धूप में बैठने से इम्यूनिटी और मेटाबॉलिज्म बेहतर बनता है जिससे सर्दी–खांसी, सोरायसिस, मोटापा, एग्जिमा, हाई बीपी, फंगल प्रॉब्लम, बैक्टीरियल प्रॉब्लम जैसी समस्याओं में राहत मिलता है.

  • धूप हमारे ब्रेन में मौजूद मेलाटोनिन नामक हार्मोन को बढ़ाती है. यह हार्मोन आपके सोने में मदद के लिए जिम्मेदार होता है इसके अलावा अगर आपको रात में अच्छी नींद नहीं आती, तो आप रोजाना धूप में बैठे इससे आपको बेहतर नींद आएगी.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.