कोरोना ने मनोरंजन के पहलुओं बदलकर रख दिया है: सुधीर मिश्रा

फिल्मकार सुधीर मिश्रा का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में राजनीति को बिल्कुल अलग रखा जाना चाहिए और हालात का सांप्रदायीकरण नहीं करना चाहिए. ‘हजार ख्वाहिशें ऐसी’ फिल्म के निर्देशक सुधीर मिश्र ने कहा कि इस महामारी से केवल तभी लड़ा जा सकता है जब लोग एकजुट हों. उन्होंने जूम कॉल पर […]

By Prabhat Khabar News Desk | April 16, 2020 3:58 AM

फिल्मकार सुधीर मिश्रा का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी से निपटने में राजनीति को बिल्कुल अलग रखा जाना चाहिए और हालात का सांप्रदायीकरण नहीं करना चाहिए. ‘हजार ख्वाहिशें ऐसी’ फिल्म के निर्देशक सुधीर मिश्र ने कहा कि इस महामारी से केवल तभी लड़ा जा सकता है जब लोग एकजुट हों. उन्होंने जूम कॉल पर संवाददाताओं से कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि इस वायरस का सांप्रदायीकरण बंद हो. मैं आशा करता हूं कि हम अहसास करें कि हम सभी एक हैं. जब इस तरह की चीजें होती हैं तो हमें राजनीति और देश के राजनीतिक ढांचे पर अपनी राय को अलग रख देना होगा.

उन्होंने कहा कि यह महामारी, फिल्म की शूटिंग से लेकर उसे देखने तक, मनोरंजन के तमाम पहलुओं को पूरी तरह बदल चुकी है. उन्होंने कहा, मैं ढेर सारे बदलाव देखता हूं. सबसे ज्यादा परेशानियां उन्हें आयेंगी जो शूट करते हैं. मुझे नहीं पता कि जबतक टीका नहीं आ जाता तब तक कैसे 250 लोग शूट कर पायेंगे. क्या आप सभी का परीक्षण करेंगे, तब आउटडोर शूटिंग के लिए बाहर जायेंगे? उन्होंने कहा कि उसके बाद, हमारी जीवन शैली ही बदल जायेगी. सावधानी हमारी आदत में शुमार हो जायेगी.

लोग सिनेमा घरों में कब जाना शुरू करेंगे…. ? शायद ओटीटी अधिक महत्वपूर्ण बन जायेगा, शायद बड़ी फिल्में सीधे ऑनलाइन रिलीज होंगी, हम अगले एक-डेढ़ साल में जान पायेंगे. उन्होंने कहा कि यह दिहाड़ी श्रमिकों के लिए बड़ा मुश्किल वक्त है और जिस तरह संभव हो, उनकी मदद करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें अपनी तरफ बिल्कुल नये ढंग से देखना शुरू करना पड़ेगा. वेबसीरीज ‘होस्टेज’ ने हाल ही में स्टार प्लस पर टीवी की दुनिया में कदम रखा है. कई चैनल इस लॉकडाउन के दौरान टेलीविजन पर वेब कंटेंट दिखा रहे हैं. लॉकडाउन के चलते रोजाना एपिसोड की शूटिंग असंभव हो गयी है.

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