20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रीयलिटी शो से स्टार बन सकते हैं, लेकिन अच्छा कलाकार बनने के लिए रियाज जरूरी : आंबी सुब्रमणियम

Advertisement

नयी दिल्ली : टीवी पर आने वाले रीयलिटी कार्यक्रमों ने गीत, संगीत और नृत्य की दुनिया के कई सितारों को जन्म दिया है. हालांकि, युवा संगीतकार और वायलिन वादक आंबी सुब्रमणियम का मानना है कि रीयलिटी शो आपको ‘स्टार’ तो बना सकते हैं, लेकिन अच्छा कलाकार बनने के लिए ‘रियाज’ ज्यादा ज़रूरी है. सुब्रमणियम ने […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : टीवी पर आने वाले रीयलिटी कार्यक्रमों ने गीत, संगीत और नृत्य की दुनिया के कई सितारों को जन्म दिया है. हालांकि, युवा संगीतकार और वायलिन वादक आंबी सुब्रमणियम का मानना है कि रीयलिटी शो आपको ‘स्टार’ तो बना सकते हैं, लेकिन अच्छा कलाकार बनने के लिए ‘रियाज’ ज्यादा ज़रूरी है.

- Advertisement -

सुब्रमणियम ने कहा, छोटे बच्चों के रीयलिटी शो थोड़ा परेशान करने वाले हैं. रीयलिटी शो में 12-13 साल की उम्र में बच्चे स्टार तो बन जाते हैं, लेकिन बहुत जल्द ही लोग उन्हें भूल भी जाते हैं, क्योंकि अगले साल नया स्टार आ जाता है.

उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि उनके पास क्षमताएं नहीं हैं, लेकिन जिस वक्त उन्हें ज्यादा से ज्यादा रियाज करना चाहिए, उस वक्त वह स्टार बन जाते हैं. अगर वह ज्यादा से ज्यादा रियाज करेंगे, तो 20-22 साल की उम्र में एक अच्छे कलाकार बनेंगे.

मशहूर वायलिन वादक डॉक्टर एल सुब्रमणियम के बेटे आंबी ने कहा, संगीत की पृष्ठभूमि वाले परिवार में पैदा होने से निश्चित रूप से लाभ मिलता है. बचपन से हमें संगीत की आदत होती है. हमें घर पर ही माहौल मिलता है. जिन कलाकारों की पृष्ठभूमि संगीत वाली नहीं है, उन कलाकारों के पास भी कई मौके होते हैं और वह बेहतर कलाकार बन सकते हैं.

आंबी ने अपनी बहन के साथ मिलकर कम उम्र में ही बच्चों को स्कूल के दौरान संगीत की समझ पैदा करने के लिए ‘सा-पा’ कार्यक्रम की शुरुआत की है. अभी वह स्कूलों के साथ मिलकर करीब 30,000 बच्चों को संगीत की जानकारी उपलब्ध कराते हैं.

एक सवाल के जवाब में आंबी ने कहा, नये उभरते कलाकारों को जहां रियाज पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, वहीं उन्हें संगीत के माहौल में खुद को ढालना भी होगा. उन्हें संगीत प्रस्तुतियां सुननी चाहिए. कलाकारों से मंच के पीछे जाकर मिलना चाहिए और उन्हें मंच के पीछे अभ्यास करते हुए देखना चाहिए, ताकि वह यह जान सकें कि कलाकारों पर भी कितना और किस तरह का दबाव होता है.

पुराने दौर में दूरदर्शन, आकाशवाणी जैसे मंच नये उभरते कलाकारों को मदद करते थे. लेकिन, वर्तमान में इनकी पहुंच कम हुई है, तो नये विकल्प क्या हैं? इस पर आंबी ने कहा, ‘आजकल तो पहले से भी बेहतर स्थिति है. यूट्यूब और फेसबुक जैसे मंच हैं, जिनसे कई लोगों को अपनी पहचान मिली है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें