Deoghar News: हम चुनाव हारे, प्रदर्शन बेहतर, गोड्डा लोकसभा चुनाव परिणाम की समीक्षा के बाद बोले बलमुचु
Lok Sabha Election 2024: शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट ने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की है, उसके अनुसार कोल्हापुर से संजय मंडलीक को उम्मीदवार बनाया गया है. जबकि शिरडी ने सदाशिव लोखंडे को टिकट दिया गया है. बुलढाणा से एकनाथ शिंदे गुट ने प्रतापराव जाधव को मैदान में उतारा है. वहीं हिंगोली से हेमंत पाटिल को टिकट दिया है. मावल से श्रीरंग बारणे और रामटेक से राज परवे को पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है. शिवसेना के सचिव संजय मोरे ने सूची जारी करते हुए लिखा, हिंदू ह्दय सम्राट शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के आशीर्वाद से और शिवसेना प्रमुख नेता एकनाथ शिंदे के आदेशानुसार लोकसभा चुनाव 2024 के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की गई है.
भाजपा ने नवनीत राणा को अमरावती से उम्मीदवार बनाया
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दो उम्मीदवारों की सातवीं सूची बुधवार को जारी कर दी. पार्टी ने महाराष्ट्र की अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को जबकि कर्नाटक के चित्रदुर्ग से वर्तमान सांसद ए नारायणस्वामी के स्थान पर पूर्व उपमुख्यमंत्री गोविंद करजोल को टिकट दिया है. राणा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में अमरावती से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार जीत दर्ज की थी. उन्होंने इस चुनाव में शिवसेना (अविभाजित) के नेता अनंतराव अडसुल को पराजित किया था. अडसुल फिलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना में हैं.
राहुल शेवाले मुख्यमंत्री शिंद के हैं खास
मुंबई दक्षिण-मध्य निर्वाचन क्षेत्र से दो बार के सांसद और एकनाथ शिंदे के विश्वासपात्र शेवाले के उसी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनने की संभावना पहले से ही लगाई जा रही थी. महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीट हैं.
अभिनेता गोविंदा शिवसेना में शामिल
बॉलीवुड अभिनेता और कांग्रेस के लोकसभा सदस्य रहे गोविंदा गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उपस्थिति में शिवसेना में शामिल हो गए. गोविंदा ने 2004 में मुंबई उत्तर लोकसभा सीट पर उलटफेर करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता राम नाइक को हराया था. शिंदे ने 60 वर्षीय अभिनेता का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि वह समाज के सभी वर्गों में लोकप्रिय हस्ती हैं. इस मौके पर गोविंदा ने कहा कि 2004 से 2009 के बीच राजनीति में उनके पहले कार्यकाल के बाद उन्हें कभी नहीं लगा था कि वह इस क्षेत्र में वापसी करेंगे. गोविंदा ने 1980 के दशक में अपना अभिनय का सफर शुरू किया था.